क्या भारत का बढ़ता मध्यम वर्ग 'ग्लोबल लेजर ट्रैवल' के भविष्य को आकार देगा?

Click to start listening
क्या भारत का बढ़ता मध्यम वर्ग 'ग्लोबल लेजर ट्रैवल' के भविष्य को आकार देगा?

सारांश

भारत का मध्यम वर्ग और युवा आबादी 'ग्लोबल लेजर ट्रैवल' में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। नई रिपोर्ट के अनुसार, यह क्षेत्र 2040 तक 15 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। जानें इसके पीछे की वजहें और संभावनाएं।

Key Takeaways

  • भारत का मध्यम वर्ग 'ग्लोबल लेजर ट्रैवल' में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
  • 2024 से 2040 के बीच लेजर ट्रैवल खर्च तीन गुना बढ़ सकता है।
  • घरेलू यात्रा खर्च में 12 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि की संभावना है।
  • मिलेनियल्स और जेन जी यात्रा में सबसे सक्रिय हैं।
  • ग्लोबल लेजर ट्रैवल 2040 तक 15 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।

नई दिल्ली, २ जुलाई (राष्ट्र प्रेस) । भारत का बढ़ता मध्यम वर्ग और इसकी युवा, यात्रा-प्रेमी आबादी 'ग्लोबल लेजर ट्रैवल' के भविष्य को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। यह जानकारी बुधवार को आई एक नई रिपोर्ट में दी गई।

बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, जैसे-जैसे अधिक भारतीय नए गंतव्यों की खोज कर रहे हैं, देश 2040 तक 15 ट्रिलियन डॉलर के ग्लोबल लेजर ट्रैवल इंडस्ट्री में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उभर रहा है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि लेजर ट्रैवल पर वार्षिक वैश्विक उपभोक्ता खर्च 2024 में 5 ट्रिलियन डॉलर से 2040 तक तीन गुना बढ़कर 15 ट्रिलियन डॉलर हो जाने की उम्मीद है, जिससे यह फार्मास्यूटिकल्स और फैशन से भी बड़ा उद्योग बन जाएगा।

यह वृद्धि विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में बढ़ती आय और भौतिक वस्तुओं की तुलना में अनुभवों के लिए बढ़ती प्राथमिकता से प्रेरित होगी।

भारत के डोमेस्टिक लेजर ट्रैवल ने महामारी के बाद पहले ही मजबूत रिकवरी दिखाई है, जिसमें २०१९ और २०२४ के बीच खर्च में मध्यम से मजबूत वृद्धि दर्ज की गई है।

बीसीजी का अनुमान है कि यह गति जारी रहेगी, घरेलू यात्रा व्यय में सालाना १२ प्रतिशत, क्षेत्रीय व्यय में ८ प्रतिशत और अंतरराष्ट्रीय व्यय में १० प्रतिशत की वृद्धि होगी।

ओवरनाइट ट्रिप में भी लगातार वृद्धि होने की उम्मीद है, जो कि घरेलू स्तर पर ३ प्रतिशत, क्षेत्रीय स्तर पर ४ प्रतिशत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ६ प्रतिशत हो सकती है।

मिलेनियल्स और जेन जी इस यात्रा उछाल में सबसे आगे हैं, यात्रा के प्रति उनका उत्साह पुरानी पीढ़ियों से २६ प्रतिशत अंकों तक आगे है।

भारत में, जेन एक्स भी एक पावरफुल ट्रैवल सेगमेंट बना हुआ है। विश्व स्तर पर, लेजर ट्रैवल ओवरनाइट २०२९ तक सालाना ४ प्रतिशत और फिर 2040 तक धीमी होकर ३ प्रतिशत प्रति वर्ष बढ़ने की उम्मीद है।

रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू यात्रा का वर्चस्व जारी रहेगा, जो 2024 में 4.1 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2040 तक 11.7 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा।

रिपोर्ट के अनुसार, क्षेत्रीय यात्रा का अनुमान 710 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2 ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो जाएगा, जबकि अंतरराष्ट्रीय लेजर ट्रैवल तीन गुना से अधिक बढ़कर 1.4 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा।

Point of View

यह कहना उचित होगा कि भारत का बढ़ता मध्यम वर्ग और उनकी यात्रा की प्राथमिकताएँ 'ग्लोबल लेजर ट्रैवल' के भविष्य को नया दिशा दे सकती हैं। यह न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसकी गहरी छाप छोड़ने की क्षमता रखता है।
NationPress
19/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत का मध्यम वर्ग ग्लोबल लेजर ट्रैवल में क्यों महत्वपूर्ण है?
भारत का मध्यम वर्ग अपनी बढ़ती आय और यात्रा के प्रति रुचि के कारण ग्लोबल लेजर ट्रैवल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
ग्लोबल लेजर ट्रैवल का अनुमानित बाजार आकार क्या है?
2040 तक ग्लोबल लेजर ट्रैवल का बाजार आकार 15 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
क्या भारत में घरेलू यात्रा में वृद्धि हो रही है?
हाँ, भारत में घरेलू यात्रा में मजबूत वृद्धि देखी जा रही है, खासकर महामारी के बाद।
भारत में कौन सी पीढ़ियाँ यात्रा में सबसे आगे हैं?
मिलेनियल्स और जेन जी इस यात्रा उछाल में सबसे आगे हैं।
क्या अंतरराष्ट्रीय यात्रा में वृद्धि हो रही है?
हाँ, अंतरराष्ट्रीय लेजर ट्रैवल में भी वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।