क्या इटावा में बिहार से दिल्ली जा रही डबल डेकर बस के हादसे में 2 की मौत हुई?

सारांश
Key Takeaways
- इटावा में हुआ भयानक बस हादसा।
- दुर्घटना में 2 लोगों की मौत।
- लगभग 50 लोग घायल।
- दुर्घटना का मुख्य कारण चालक की नींद।
- घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया।
इटावा, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार से दिल्ली जा रही एक डबल डेकर बस गुरुवार सुबह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक भयंकर हादसे का शिकार हो गई। यह दुर्घटना इटावा जिले के सैफई थाना क्षेत्र में हुई। बस में लगभग 70 यात्री सवार थे। इस दर्दनाक हादसे में दो यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हैं। मृतकों में एक नेपाली महिला भी शामिल है।
तेज रफ्तार बस माइलस्टोन 103 के निकट एक्सप्रेसवे से नीचे गिर गई थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे का मुख्य कारण बस चालक की नींद आना बताया जा रहा है। अब तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इनमें सईदा खातून (नेपाल) और बिहार के दरभंगा के रहने वाले 55 वर्षीय मनोज कुमार शामिल हैं। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने इसकी पुष्टि की है।
सैफई के सीओ रामगोपाल शर्मा ने बताया कि नियंत्रण कक्ष से बस दुर्घटना की जानकारी प्राप्त हुई थी। इस सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बस सड़क के किनारे खाई में पलटी हुई थी। घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दो लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 50 लोग घायल हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस बिहार के दरभंगा से दिल्ली के लिए जा रही थी। 67 लोग सवार थे।
एक घायल यात्री ने बताया कि बिहार से बुधवार को करीब दोपहर 3 बजे बस दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। वह अपने परिवार के 7 सदस्यों के साथ मुजफ्फरपुर से दिल्ली के लिए जा रहा था। इस घटना में उसके परिवार के 3 लोगों को ज्यादा चोटें नहीं आई, लेकिन 4 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यात्री ने दावा किया कि गुरुवार तड़के करीब 3:30 बजे अचानक ड्राइवर को नींद आ गई। रास्ता बहुत चौड़ा था, ड्राइवर को झपकी आई और बस पलट गई। बस ने 4 बार पलटी खाई और नीचे गिर गई।
नेपाल का एक व्यक्ति भी दुर्घटना में घायल है। उसने बताया कि वह दिल्ली में काम करता है। रास्ते में अचानक बस पलटी और वह कच्चे रास्ते पर जाकर गिरा, जहां एक ट्रक चालक ने उसकी मदद की और फिर अस्पताल में लाया गया।