क्या ‘जैकफ्रूट डे’ विशेष है? कटहल पाचन तंत्र का वरदान और रक्तचाप नियंत्रित करने में मददगार!

सारांश
Key Takeaways
- कटहल पाचन तंत्र के लिए वरदान है।
- इसमें उच्च फाइबर की मात्रा होती है जो कब्ज को रोकता है।
- कटहल का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
- इसमें कम कैलोरी और उच्च फाइबर होने के कारण वजन नियंत्रण में मदद करता है।
- कटहल का उत्पादन पर्यावरण के लिए लाभकारी है।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हर साल 4 जुलाई को ‘जैकफ्रूट डे’ मनाया जाता है। जैकफ्रूट, जिसे हिंदी में कटहल कहा जाता है, न केवल एक स्वादिष्ट फल है, बल्कि यह पोषण और स्वास्थ्य के लिए भी अत्यधिक लाभकारी है। यह फल और सब्जी दोनों रूपों में खाया जा सकता है। इसके अनेक लाभ हैं, विशेष रूप से पाचन तंत्र के लिए।
‘जैकफ्रूट डे’ का आयोजन इस फल के पोषण, स्वास्थ्य, और पर्यावरणीय फायदों को उजागर करने के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं कि कटहल पाचन तंत्र के लिए कैसे लाभकारी है और इसे ‘जैकफ्रूट डे’ पर कैसे मनाया जा सकता है।
कटहल प्रोटीन, फाइबर और विटामिन से भरपूर होता है। ‘जैकफ्रूट डे’ के अवसर पर लोग कटहल से बने व्यंजनों को आजमाते हैं। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी कटहल से बने व्यंजनों की तस्वीरें साझा की जाती हैं।
जिन लोगों को पाचन की समस्याएँ हैं, उनके लिए कटहल बहुत फायदेमंद है। इसमें उच्च मात्रा में डाइटरी फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र के लिए एक वरदान है। फाइबर मल त्याग को नियमित करता है, कब्ज को रोकता है और आंतों की सफाई में मदद करता है। यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक्स) को बढ़ावा देता है, जिससे पाचन प्रक्रिया सुचारू रहती है। इसके बीज भी फाइबर से भरपूर होते हैं और इन्हें उबालकर या भूनकर खाने से पाचन तंत्र को अतिरिक्त सहायता मिलती है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कटहल के बीजों की सब्जी बनाकर भी सेवन करते हैं।
पेट के रोगों से राहत पाने के लिए कटहल एक अद्भुत उपाय है। पाचन तंत्र के अलावा, कटहल का सेवन आपके हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इसमें मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करता है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। साथ ही, इसमें कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट की मात्रा न्यूनतम होती है। कटहल का सेवन वजन को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है, क्योंकि इसमें कम कैलोरी और उच्च फाइबर होता है, जिससे पेट भरा रहता है और भूख कम लगती है।
कटहल के पर्यावरणीय लाभ भी हैं। यह कम संसाधनों में उगाया जाने वाला फल है, जो पर्यावरण को लाभ पहुंचाता है।