क्या जालंधर रेप और हत्या केस में पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा?
सारांश
Key Takeaways
- एनसीडब्ल्यू ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है।
- पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई पर सवाल खड़े हुए हैं।
- पीड़िता की मां ने पॉक्सो अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की है।
- फास्ट ट्रैक अदालत से त्वरित सुनवाई का आग्रह किया गया है।
- सीसीटीवी फुटेज में आरोपी का घर दिखा है।
जालंधर, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की टीम ने शुक्रवार को जालंधर में हुए दुष्कर्म-हत्या मामले में पीड़ित परिवार से मुलाकात की। टीम ने परिवार के सदस्यों से बातचीत की और उन्हें हर प्रकार की मदद का आश्वासन दिया।
इससे पहले, एनसीडब्ल्यू ने जालंधर संभाग के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की, जिसमें इस मामले पर विस्तृत चर्चा की गई।
एक प्रेस नोट के अनुसार, पीड़िता की मां ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में नाबालिग को आरोपी के घर में जाते हुए साफ देखा गया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी भी फुटेज में वह बाहर नहीं निकली है। इसके अलावा, घटना के बाद एएसआई मंगत राम ने घर की तलाशी ली, लेकिन 30-40 मिनट तक घटनास्थल पर रहने के बावजूद लड़की का पता नहीं लगा पाए।
हालांकि, जब पड़ोसियों ने लड़की की खोजबीन शुरू की, तो उसका शव उसी घर के बाथरूम में मिला। यह प्रारंभिक पुलिस कार्रवाई की गंभीरता पर सवाल उठाता है।
पीड़िता की मां ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने एएसआई मंगत राम के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है, जिनकी लापरवाही के कारण जांच में देरी हुई।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले की सुनवाई कर रही फास्ट ट्रैक विशेष अदालत से त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
ज्ञात हो कि हाल ही में पंजाब के जालंधर में एक अधेड़ ने 13 साल की लड़की का दुष्कर्म कर उसकी हत्या की। आरोपी ने लड़की की हत्या के बाद उसका शव बाथरूम में छिपा दिया था। परिवार ने जब करीब समय तक लड़की का कुछ पता नहीं चला, तो उन्होंने खोजबीन शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में लड़की को आरोपी के घर में जाते हुए देखा गया।
जब परिजनों ने पुलिस में शिकायत की तो एएसआई मंगत राम ने आरोपी के घर की तलाशी ली और कहा कि लड़की वहां नहीं है, लेकिन पीड़ित परिवार और पड़ोसियों ने जब घर की तलाशी ली, तो लड़की का शव बाथरूम में पाया गया।