क्या जम्मू-कश्मीर के नॉर्थ ब्लॉक खेड़ी पंचायत में भारी बारिश ने तबाही मचाई है?

सारांश
Key Takeaways
- नॉर्थ ब्लॉक खेड़ी पंचायत में भारी बारिश से 200 घर खतरे में हैं।
- 20 घरों की जमीन धंसने की घटनाएं हो रही हैं।
- स्थानीय निवासियों की स्थिति गंभीर है।
- सरकार को राहत कार्य में तेजी लानी चाहिए।
- प्राकृतिक आपदाओं में समाज की एकजुटता आवश्यक है।
जम्मू, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश ने नॉर्थ ब्लॉक खेड़ी पंचायत में भारी तबाही मचाई। इस क्षेत्र में लगभग 200 घर खतरे की जद में हैं, जिनमें से 20 घरों की जमीन धंस रही है।
खेड़ी पंचायत में बारिश के कारण भूस्खलन और जमीन धंसने की घटनाओं ने स्थानीय निवासियों को बेघर होने के कगार पर ला खड़ा किया है। प्रभावित परिवारों का कहना है कि उनकी जीवन भर की कमाई इन घरों में लगी थी, जो अब पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं।
भारी बारिश के बाद आई बाढ़ के कारण हुए नुकसान को लेकर एक पीड़ित परिवार ने राष्ट्र प्रेस से खास बात की। उन्होंने बताया, "हमने अपनी पूरी ज़िंदगी की पूंजी इन मकानों को बनाने में लगा दी थी और अब सब कुछ तबाह हो गया। पिछले तीन दिनों से हम और हमारा परिवार कुछ भी खाने-पीने में असमर्थ हैं। कई लोग यहां आ रहे हैं, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल रहा।"
पीड़ित परिवारों ने रोते हुए केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री से अपील की कि खेड़ी पंचायत की स्थिति पर तत्काल ध्यान दिया जाए। उन्होंने डर जताया कि यदि सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो पूरा क्षेत्र तबाह हो सकता है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, "सुबह से लगातार बारिश होने के कारण वे अपने घर छोड़कर बाहर आंगन में बैठे रहे। उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि कोई उनकी मदद के लिए आएगा।"
एक अन्य पीड़ित ने कहा, "लगभग 5 से 6 फीट जमीन अब तक धंस चुकी है। हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जल्द राहत कार्य शुरू करवाएंगे।"
बता दें कि हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में तबाही मचाई है। सड़कें बंद हो गई हैं, बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है और कई पंचायतें पूरी तरह कट चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। वहीं, प्रधानमंत्री जल्द ही जम्मू-कश्मीर का दौरा करने वाले हैं।