क्या उत्तर रेलवे के जम्मू मंडल ने अक्टूबर में टिकट जांच से 67 लाख रुपए कमाए?
सारांश
Key Takeaways
- टिकट जांच अभियान ने 67 लाख रुपए का राजस्व वसूल किया।
- अक्टूबर में 11,386 अनियमित यात्रियों को पकड़ा गया।
- यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- रेलवे की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में मदद मिल रही है।
- भविष्य में ऐसे अभियान जारी रहेंगे।
जम्मू, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर रेलवे के जम्मू मंडल ने यात्रियों की सुविधा और रेलवे की आय में वृद्धि करने के लिए टिकट जांच अभियान को और तेज कर दिया है। मंडल रेल प्रबंधक विवेक कुमार की देखरेख और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल के नेतृत्व में अक्टूबर 2025 में कुल 11,386 बेटिकट और अनियमित यात्रियों को पकड़ा गया। इनसे जुर्माने के रूप में लगभग 67 लाख रुपए की राशि वसूल की गई।
यह अभियान ट्रेनों और स्टेशनों पर निरंतर चलाया जा रहा है ताकि बिना टिकट यात्रा करने वालों पर अंकुश लगे और वैध यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके। मंडल के मुख्य टिकट निरीक्षक और जांच दल ने दिन-रात ड्यूटी करते हुए यह सफलता प्राप्त की है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अनधिकृत यात्रियों के प्रवेश को रोकने के लिए औचक जांच नियमित रूप से जारी रहेगी। यात्रियों से अपील की गई है कि वे हमेशा वैध टिकट के साथ यात्रा करें, अन्यथा उन्हें जुर्माना देना पड़ेगा।
अक्टूबर में त्योहारों के मौसम को देखते हुए एक विशेष टिकट जांच अभियान चलाया गया। 26 अक्टूबर तक के 10 दिनों में 2,500 बेटिकट यात्रियों से लगभग 32 लाख रुपए (3.2 मिलियन) का जुर्माना वसूला गया। यह आंकड़ा जम्मू मंडल के गठन के बाद से त्योहारी सीजन में सबसे बड़ी वृद्धि को दर्शाता है। उचित सिंघल ने बताया कि यह अभियान न केवल राजस्व बढ़ाने में सहायक है, बल्कि ट्रेनों में भीड़ को नियंत्रित कर यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा भी सुनिश्चित करता है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल ने कहा, "टिकट जांच अभियान से प्राप्त राजस्व रेलवे की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाता है। इससे स्टेशन सुधार, ट्रेनों में बेहतर सीटिंग, स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था जैसे कार्यों में निवेश किया जाता है।"
उन्होंने जांच दल की प्रशंसा करते हुए कहा कि अक्टूबर में कर्मचारियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। जम्मू मंडल की यह पहल उत्तर रेलवे के अन्य मंडलों के लिए भी प्रेरणादायक है। आने वाले महीनों में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे ताकि रेल यात्रा और अधिक सुरक्षित, सुविधाजनक और व्यवस्थित हो सके।