क्या योगी ने जनता दर्शन में हर फरियादी को न्याय का भरोसा दिया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने फरियादियों की समस्याएं सुनीं।
- समस्याओं का समय पर निस्तारण का आश्वासन दिया।
- जनता की आवाज सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंची।
- मुख्यमंत्री का मानवीय पहलू भी सामने आया।
- सरकार की जिम्मेदारी के प्रति संवेदनशीलता दिखाई।
लखनऊ, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने नियमित ‘जनता दर्शन’ में एक बार फिर सभी फरियादियों से मिले। उन्होंने उनकी जनसमस्याओं को सुनकर अपनी प्राथमिकता को साबित किया। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए फरियादियों की समस्याएं मुख्यमंत्री ने स्वयं सुनीं और मौके पर मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर शिकायत का निस्तारण तय समय सीमा के भीतर किया जाए और समाधान के बाद पीड़ित से फीडबैक भी लिया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि “जन-जन की सेवा, सुरक्षा और सम्मान ही हमारी सरकार का ध्येय है।”
जनता दर्शन में इस बार 50 से अधिक फरियादी आए थे। मुख्यमंत्री ने हर पीड़ित के पास जाकर प्रार्थना पत्र लिया और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का आदेश दिया। लोगों ने पुलिस, बिजली, आर्थिक सहायता, स्वास्थ्य, आवास और जमीनी विवाद जैसे मुद्दों पर शिकायतें रखी।
बुलंदशहर के एक सीआरपीएफ जवान ने जमीन विवाद की समस्या बताई, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि “आप निश्चिंत होकर ड्यूटी कीजिए, न्याय दिलाना सरकार की जिम्मेदारी है।” उन्होंने निर्देश दिए कि पूरे प्रकरण की जांच कर न्यायोचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताया कि किसी भी फरियादी को परेशान करने या फाइलों में लटकाने की प्रवृत्ति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता दर्शन के जरिए सरकार ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि जनता की आवाज़ सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंच रही है, और समाधान भी उसी स्तर से तय हो रहा है।
जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री का मानवीय रूप भी सामने आया। फरियादियों के साथ आए बच्चों से उन्होंने आत्मीयता से बात की, उनके सिर पर हाथ फेरकर दुलार किया और चॉकलेट-टॉफी भी दी। बच्चों से कहा “खूब पढ़ो, जमकर खेलो और माता-पिता का नाम रोशन करो।”