क्या मुस्लिम समाज एनडीए के साथ है, नीतीश कुमार पर भरोसा क्यों?

सारांश
Key Takeaways
- बैठक का आयोजन नीतीश कुमार द्वारा किया गया।
- उमेश कुशवाहा का दावा कि मुस्लिम समाज एनडीए के साथ है।
- विजय चौधरी ने अल्पसंख्यक मतदाताओं के रुझान पर जोर दिया।
- जदयू कार्यकर्ता भ्रम दूर करने में जुटेंगे।
- नीतीश कुमार के कार्यों की चर्चा।
पटना, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अल्पसंख्यक समुदाय को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की एक महत्वपूर्ण बैठक प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई, जिसकी शुरुआत स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की।
इस बैठक में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री विजय चौधरी और कई अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि बैठक की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की।
उन्होंने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की यह बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण है। पार्टी का लक्ष्य '2025 से 30, फिर से नीतीश' का संकल्प पूरा करना है।
कुशवाहा ने यह भी कहा कि मुस्लिम समुदाय एकजुट होकर एनडीए के साथ खड़ा है और नीतीश कुमार पर उनका विश्वास है।
मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि यह बैठक अल्पसंख्यक समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “चुनाव नजदीक हैं और इस बार अल्पसंख्यक मतदाताओं का रुझान एनडीए और नीतीश कुमार की तरफ है। नीतीश कुमार के कार्यों से प्रभावित होकर अल्पसंख्यक समुदाय हमारे साथ जुड़ रहा है। बिहार में एनडीए के शासन में जनता खुश है।”
उन्होंने आगे कहा कि जदयू कार्यकर्ता बिहार के विभिन्न हिस्सों में जाकर लोगों के बीच किसी भी भ्रम या गलतफहमी को दूर करेंगे। यह स्पष्ट है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लिए नीतीश कुमार ने एनडीए सरकार के माध्यम से जो कार्य किए हैं, वे अद्वितीय हैं। अब इस समुदाय में जागरूकता बढ़ रही है।