क्या किसी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी स्वीकार्य नहीं है? : जीतू पटवारी

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क्या किसी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी स्वीकार्य नहीं है? : जीतू पटवारी

सारांश

कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने हाल ही में बिहार में प्रधानमंत्री मोदी पर की गई अमर्यादित टिप्पणियों की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणियाँ अस्वीकार्य हैं। इसके अलावा, उन्होंने मध्य प्रदेश के अस्पताल में नवजातों की मौत पर भी चिंता जताई। जानिए इस मुद्दे पर उनका क्या कहना है।

Key Takeaways

  • जीतू पटवारी ने अमर्यादित टिप्पणियों की निंदा की।
  • प्रधानमंत्री मोदी की मां का सम्मान होना चाहिए।
  • इंदौर के अस्पताल में नवजातों की मौत एक गंभीर मामला है।
  • भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है।
  • न्यायपालिका की स्वतंत्रता को बनाए रखना आवश्यक है।

भोपाल, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के दरभंगा में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई अपमानजनक टिप्पणी पर कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी की मां भारत की महिला हैं, जो अब हमारे बीच नहीं हैं, और उनके प्रति सम्मान होना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि इस प्रकार की अमर्यादित टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसकी निंदा होनी चाहिए। इस मामले से कांग्रेस का कोई संबंध नहीं है, यह पूरी तरह से भाजपा का मामला है।

इंदौर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय में दो नवजात शिशुओं को चूहों द्वारा कुतरे जाने और एक की मौत पर जीतू पटवारी ने कहा कि यह मध्यप्रदेश में भाजपा के 22 साल के शासन का असली चेहरा है। यह पहली बार नहीं है, ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। चूहों की करतूत नहीं, बल्कि यह लापरवाह प्रशासन का नतीजा है। सवाल यह है कि क्या अस्पताल अधीक्षक पर कोई कार्रवाई होगी?

हाल ही में भाजपा विधायक संजय पाठक ने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से संपर्क करने की कोशिश की थी, जिस पर न्यायाधीश विशाल मिश्रा ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया। इस पर जीतू पटवारी ने कहा कि यह न्यायपालिका पर एक तमाचा मारने का प्रयास है। ऐसा प्रयास कानून को धता बताने जैसा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है और संसद में कानून लाए हैं। सवाल यह है कि क्या पाठक की सदस्यता समाप्त की जाएगी और उन्हें भाजपा से बाहर किया जाएगा?

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि राजनीतिक नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियाँ अस्वीकार्य हैं। यह आवश्यक है कि हम लोकतंत्र के मूल्यों का सम्मान करें और स्वस्थ राजनीतिक संवाद को बढ़ावा दें। ऐसे मामलों में निष्पक्षता बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

जीतू पटवारी ने किस विषय पर बयान दिया?
उन्होंने बिहार में प्रधानमंत्री मोदी पर की गई अमर्यादित टिप्पणियों की निंदा की।
इंदौर के अस्पताल में क्या हुआ?
अस्पताल में दो नवजात शिशुओं को चूहों ने काटा, जिससे एक की मौत हो गई।
संजय पाठक के मामले में जीतू पटवारी ने क्या कहा?
पटवारी ने इसे न्यायपालिका पर तमाचा मारने की कोशिश बताया।