क्या झारखंड की घाटशिला सीट पर उपचुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुआ?

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क्या झारखंड की घाटशिला सीट पर उपचुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुआ?

सारांश

झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव के मतदान में 73.88 प्रतिशत की रिकॉर्ड भागीदारी हुई। सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जानें, मतदान की प्रक्रिया और उम्मीदवारों के बारे में।

Key Takeaways

  • 73.88 प्रतिशत मतदान का रिकॉर्ड।
  • मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा के कड़े इंतजाम।
  • उपचुनाव पूर्व विधायक रामदास सोरेन के निधन के कारण।
  • कुल 13 उम्मीदवार मैदान में।
  • महिलाओं और युवाओं का उत्साहजनक भागीदारी।

घाटशिला, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान आज शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शाम पांच बजे तक कुल 73.88 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। फाइनल आंकड़े में इसमें और वृद्धि होने की संभावना है।

मतदान के प्रति मतदाताओं में भारी उत्साह देखा गया। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि मतदान की निगरानी भारत निर्वाचन आयोग, सीईओ कार्यालय, जिला निर्वाचन पदाधिकारी और आरओ कार्यालय से वेबकास्टिंग के जरिए की गई। सभी 300 मतदान केंद्रों के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, ताकि मतदान प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित बनी रहे।

उन्होंने कहा कि घाटशिला उपचुनाव को पूरी तरह निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए थे। जिले में 231 स्थानों पर बनाए गए इन 300 मतदान केंद्रों को मॉडल बूथ के रूप में विकसित किया गया था। अर्धसैनिक बलों की तैनाती के साथ प्रत्येक मतदान केंद्र पर पुलिस बल और दंडाधिकारी मौजूद रहे।

मतदान के दौरान महिला, पुरुष और युवा मतदाता सुबह से ही कतारों में खड़े नजर आए। वहीं, बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता व्हीलचेयर की मदद से मतदान केंद्र पहुंचे, जहां वालंटियर्स ने उनकी हरसंभव सहायता की। सुबह नौ बजे तक 17.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, जो दिनभर के बढ़ते उत्साह के साथ 73.88 प्रतिशत तक पहुंच गया।

प्रशासन के अनुसार, सभी पोलिंग पार्टियां सुबह पांच बजे से पहले ही बूथों पर पहुंच गई थीं और मतदान शुरू होने से पहले 5:30 बजे मॉक पोल किया गया। यह उपचुनाव पूर्व विधायक रामदास सोरेन के आकस्मिक निधन के कारण कराया गया है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा के सोमेश चंद्र सोरेन, भाजपा के बाबूलाल सोरेन सहित कुल 13 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में कैद हो गई है।

Point of View

हमें यह देखने की आवश्यकता है कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता का कितना महत्व है। घाटशिला उपचुनाव का शांतिपूर्ण संपन्न होना एक सकारात्मक संकेत है, जो हमें लोकतंत्र के प्रति विश्वास दिलाता है।
NationPress
11/11/2025

Frequently Asked Questions

घाटशिला उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत क्या था?
घाटशिला उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत 73.88 प्रतिशत रहा।
मतदान की प्रक्रिया में सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए थे?
मतदान प्रक्रिया में सीसीटीवी कैमरे और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी।
उपचुनाव का कारण क्या था?
उपचुनाव का कारण पूर्व विधायक रामदास सोरेन का आकस्मिक निधन था।
कितने उम्मीदवार चुनाव में शामिल हुए थे?
घाटशिला उपचुनाव में कुल 13 उम्मीदवार शामिल हुए थे।
मतदाता किस प्रकार की सहायता प्राप्त कर रहे थे?
मतदाता व्हीलचेयर की मदद से मतदान केंद्र पहुंचे, जहां वालंटियर्स ने उनकी सहायता की।