क्या स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति भवन में रांची के रामदास और चाकुलिया की जमुना होंगे खास मेहमान?

सारांश
Key Takeaways
- रामदास बेदिया ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उठाया।
- जमुना टुडू ने पेड़ों की रक्षा के लिए संघर्ष किया।
- दोनों को राष्ट्रपति भवन का आमंत्रण मिला है।
रांची, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की दो विशेष शख्सियतों के लिए इस बार 15 अगस्त का दिन बेहद महत्वपूर्ण होगा। एक हैं रांची के अनगड़ा प्रखंड के किसान रामदास बेदिया और दूसरी हैं पूर्वी सिंहभूम की ‘लेडी टार्जन’ के नाम से जानी जाने वाली जमुना टुडू.
दोनों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में शाम के भोज में शामिल होने का न्योता मिला है। रामदास बेदिया अनगड़ा प्रखंड के बीसा गांव के निवासी हैं। उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाने के लिए सरकार से राशि प्राप्त हुई थी। इस राशि का ईमानदारी से उपयोग कर उन्होंने समय से पहले अपना घर बना लिया। उनकी इस ईमानदार कोशिश को सरकार ने नोटिस किया है और इस उपलब्धि का सम्मान यह होगा कि वे स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष मेहमान होंगे।
बुधवार को जब रामदास बेदिया के घर डाक विभाग के अधिकारी राष्ट्रपति भवन का आधिकारिक आमंत्रण पत्र लेकर पहुंचे, तो उन्हें इस पर विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने कहा, "कभी सोचा भी नहीं था कि अपनी मेहनत और समय पर काम पूरा करने का ऐसा इनाम मिलेगा।" रामदास के गांववाले भी इस ख़बर से बहुत खुश हैं और हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है।
रामदास कहते हैं, "हमने तो बस अपना घर बनाया था। ये तो सोचा ही नहीं था कि दिल्ली से बुलावा आ जाएगा।" पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया की रहने वाली जमुना टुडू भी इस बार राष्ट्रपति भवन की मेहमान होंगी। वह पिछले तीन दशकों से पेड़ों को कटने से बचाने के लिए आंदोलन कर रही हैं। इसी कारण उन्हें लेडी टार्जन के नाम से जाना जाता है। दो वर्ष पहले उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था और अब राष्ट्रपति भवन से उन्हें खास निमंत्रण मिला है। भारतीय डाक विभाग के अधिकारी हाल ही में उनके घर पहुंचे और उन्हें आमंत्रण पत्र सौंपा।