क्या जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के लिए एबीवीपी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा की?
सारांश
Key Takeaways
- एबीवीपी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है।
- चुनाव की तिथि 4 नवंबर है।
- एबीवीपी का अभियान हॉस्टल और क्लासेस में चल रहा है।
- छात्रों के हितों की रक्षा के लिए एबीवीपी की तैयारी शुरू।
- जेएनयू के छात्रसंघ चुनाव महत्वपूर्ण मुद्दों को सामने लाते हैं।
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है। इस बार एबीवीपी से अनुज दमाड़ा, अनुपमा गढ़वाल, कनिष्क गौड़, कृष्णकांत द्विवेदी, प्रवीण पीयूष, महेंद्र मीणा, मनीषा डाबला, मनीष चौधरी, तान्या कुमारी, राजेश्वर कांत दुबे और विकास पटेल चुनावी मैदान में हैं।
इन सभी प्रत्याशियों ने सोमवार को अपने नामांकन पत्र प्रस्तुत किए। नामांकन पत्रों की जांच के बाद, इन नामों में से जेएनयूएसयू सेंट्रल पैनल के चार पद—अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव—के लिए अंतिम चयन किया जाएगा।
वर्तमान में एबीवीपी के कार्यकर्ता हॉस्टल-टू-हॉस्टल और क्लास-टू-क्लास कैंपेन चला रहे हैं। वे छात्रों को विद्यार्थी परिषद द्वारा पिछले कई वर्षों में किए गए सकारात्मक और रचनात्मक कार्यों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
पिछले जेएनयूएसयू चुनाव में एबीवीपी के वैभव मीणा ने संयुक्त सचिव पद पर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। एबीवीपी नीत जेएनयूएसयू ने कई वर्षों से लंबित छात्र-संबंधी मुद्दों को उठाया और समाधान किया। उनके प्रयासों से रेलवे रिजर्वेशन सेंटर को पुनः खोला गया, कैंपस के लिए यू-बस सेवा शुरू की गई, और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए।
इसके अलावा, एबीवीपी ने इंटरनल कमेटी (आईसी) चुनावों के लिए भी अपनी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। परिषद के कार्यकर्ता और संभावित प्रत्याशी नामांकन प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और छात्रों के बीच जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं, ताकि सभी स्कूलों में छात्रहित आधारित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सके।
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के अलावा 42 काउंसलर पदों के लिए भी मतदान होगा, जो विश्वविद्यालय के 16 स्कूलों और एक विशेष कंबाइंड सेंटर में आयोजित किए जाएंगे। सोमवार को नामांकन की अंतिम तिथि थी, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तिथि मंगलवार निर्धारित की गई है। मतदान 4 नवंबर को होगा।
चुनाव प्रचार को अधिक प्रभावी और जनसंपर्क आधारित बनाने के लिए एबीवीपी ने अपना प्री-कैंपेन प्रारंभ कर दिया है। इसके अंतर्गत संगठन के कार्यकर्ता जेएनयू के सभी हॉस्टलों और स्कूलों में जाकर व्यापक संवाद कर रहे हैं और एबीवीपी द्वारा किए गए कार्यों को विद्यार्थियों तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं।
एबीवीपी के जेएनयूएसयू चुनाव के केंद्रीय चुनाव समन्वयक अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरी तरह से तैयार है। हम छात्रों के बीच मुद्दों की समझ रखने वाले, प्रतिबद्ध और सक्रिय कार्यकर्ताओं को नेतृत्व देकर एक जवाबदेह छात्रसंघ की स्थापना की दिशा में कार्य कर रहे हैं। शीघ्र ही छात्रों से प्राप्त सुझावों के आधार पर एक समर्पित घोषणापत्र जारी किया जाएगा। विद्यार्थी परिषद हमेशा से ही जेएनयू में छात्रहितों की आवाज उठाने वाला एकमात्र सक्रिय छात्र संगठन रहा है, और आगे भी उसी संकल्प के साथ कार्य करता रहेगा।