क्या जेपी नड्डा ने रूसी स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की और स्वास्थ्य क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की?
सारांश
Key Takeaways
- रूसी स्वास्थ्य मंत्री ने भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र पर चर्चा की।
- द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई गई।
- यह मुलाकात राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा के दौरान हुई।
- रक्षा मंत्री ने भी अपने समकक्ष से मुलाकात की।
- कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यात्रा के दौरान, रूसी संघ के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को भारत पहुंचे हैं। इस दौरान, जेपी नड्डा और मुराश्को के बीच बैठक हुई, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर बताया कि उन्होंने रूसी स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को से मुलाकात की। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी को बढ़ाने पर सहमति जताई। दोनों पक्षों ने किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच के साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
यह मुलाकात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत की दो दिवसीय यात्रा के दौरान हुई है।
इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने रूसी समकक्ष आंद्रेई बेलौसोव से मुलाकात की। उन्होंने नई दिल्ली में सैन्य और सैन्य तकनीकी सहयोग पर 22वीं भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता की।
रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने रक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा की। उन्होंने आपसी हित के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार साझा किए।
यह 2022 में यूक्रेन के साथ रूस के युद्ध की शुरुआत के बाद, पुतिन की भारत की पहली यात्रा है।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन शुक्रवार को मीडिया को एक संयुक्त बयान देंगे। इसके अलावा, पुतिन महात्मा गांधी स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव के अनुसार, पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
पुतिन की भारत यात्रा के दौरान व्यापार और आर्थिक सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इनमें भारतीय श्रमिकों को रूस जाने में सुविधा देने वाला एक समझौता भी शामिल है।