क्या कर्नाटक में कांग्रेस की कलह विकास में बाधा डाल रही है?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की आंतरिक कलह प्रदेश विकास में बाधा डाल रही है।
- भाजपा ने इसकी गंभीरता को उजागर किया है।
- कांग्रेस को विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
- जनता ने उन्हें विकास के लिए चुना है, न कि आपसी लड़ाई के लिए।
- संवाद की कमी से दुविधा उत्पन्न होती है।
बेंगलुरु, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रदेश महासचिव पी. राजीव ने शुक्रवार को कांग्रेस की प्रदेश इकाई में चल रही खींचतान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे प्रदेश का विकास बाधित हो रहा है। उन्होंने कांग्रेस के अंदर चल रही कलह को आंतरिक मुद्दा बताए जाने पर आपत्ति जताई और इसे बिल्कुल गलत करार दिया।
पी. राजीव ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को राज्य के संचालन और विकास के लिए चुना है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ये लोग अपने व्यक्तिगत हितों के लिए एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोलने पर तुले हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कांग्रेस के अंदर चल रही कलह को आंतरिक मुद्दा बताए जाने पर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार इस कलह को अपना आंतरिक मुद्दा नहीं बता सकती है, क्योंकि जनता ने उन्हें विकास और काम के लिए चुना है, न कि आपस में लड़ने के लिए। यह शर्मनाक है कि ये लोग आपस में लड़ाई कर रहे हैं।
प्रदेश महासचिव पी. राजीव ने कहा कि कर्नाटक में मौजूदा कांग्रेस सरकार जो समय आपस में लड़ाई में बिता रही है, उसे प्रदेश के विकास में लगाना चाहिए। लेकिन, यह पूरा समय खींचतान में जा रहा है, जिससे प्रदेश का विकास बाधित हो रहा है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के लिए यह शर्म की बात है कि वे मौजूदा समय में आपस में ही लड़ने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मांग की कि उनके बीच सीट बंटवारे को लेकर जो भी समझौता हुआ है, उसे प्रदेश की जनता के सामने स्पष्ट करें ताकि किसी भी प्रकार की दुविधा की स्थिति न रहे। संवाद की कमी से दुविधा उत्पन्न होती है, जिससे प्रदेश का विकास प्रभावित होता है। उन्होंने आग्रह किया कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लोगों के बीच पूरी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने कलह को समाप्त करके पूरा ध्यान प्रदेश के विकास पर केंद्रित करना चाहिए, ताकि जनता के हितों पर कोई असर न पड़े। वर्तमान समय में कांग्रेस की स्थिति निंदनीय है।