क्या कश्मीर घाटी में पहली बार एफसीआई की अनाज मालगाड़ी पहुंची?

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क्या कश्मीर घाटी में पहली बार एफसीआई की अनाज मालगाड़ी पहुंची?

सारांश

कश्मीर घाटी में पहली बार एफसीआई की अनाज मालगाड़ी का आगमन एक ऐतिहासिक घटना है। यह जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उत्तरी रेलवे को बधाई दी है। यह कदम घाटी की आर्थिक स्थिति को सुधारने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

Key Takeaways

  • एफसीआई की पहली मालगाड़ी कश्मीर घाटी में पहुंची।
  • यह कदम स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करेगा।
  • सप्लाई चेन को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
  • इससे नेशनल हाईवे-44 पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
  • अनंतनाग गुड्स शेड का महत्वपूर्ण उपयोग होगा।

श्रीनगर, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि देखने को मिली है। पहली बार फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) की अनाज से लदी मालगाड़ी कश्मीर घाटी में पहुंची। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस अवसर पर उत्तरी रेलवे को बधाई दी।

यह रेल रैक अनंतनाग गुड्स शेड पर उतारा गया, जिसमें 21 वैगनों में बफर स्टॉक और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (पीडीएस) के लिए लगभग 1,384 टन चावल लदा हुआ था। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करके उत्तरी रेलवे के जम्मू डिवीजन को बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम घाटी के लिए सामान की तेज डिलीवरी सुनिश्चित करेगा। इससे नेशनल हाईवे-44 पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और अनाज की सप्लाई चेन मजबूत बनेगी। सर्दियों में एनएच-44 पर बर्फबारी और लैंडस्लाइड के कारण अक्सर सप्लाई बाधित होती रही है, लेकिन अब रेल मार्ग से अनाज और अन्य आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति संभव हो सकेगी।

यह कश्मीर को मुख्य भूमि से जोड़ने वाली रेल लाइन का पूर्ण उपयोग है, जो उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) प्रोजेक्ट का हिस्सा है।

अनंतनाग गुड्स शेड हाल ही में चालू किया गया है, जो घाटी में माल ढुलाई के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। इससे पहले सीमेंट, नमक और अन्य सामग्री की फ्रेट ट्रेनें पहुंच चुकी हैं, लेकिन एफसीआई का अनाज रैक पहली बार आया है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पंजाब से रवाना हुई यह ट्रेन सुरक्षित अनंतनाग पहुंची और अनलोडिंग प्रक्रिया शुरू हो गई। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि सस्ती और तेज ढुलाई से कीमतें नियंत्रित रहेंगी।

बता दें कि पंजाब के फिरोजपुर डिवीजन के अजीतवाल रेलवे स्टेशन से भेजी गई यह ट्रेन 21 ढके हुए वैगनों में लगभग 1,384 टन खाद्यान्न ले जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि इस कदम से निर्बाध सप्लाई सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी, खासकर कश्मीर के दूर-दराज और दुर्गम इलाकों में।

कश्मीर घाटी में ट्रेन सेवा के आगमन से न केवल जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर यात्रियों और सामान का दबाव कम हुआ है, बल्कि रेल लिंक ने बारिश और खराब मौसम के कारण कश्मीर घाटी में यात्रियों और सामान की आवाजाही की अनिश्चितता को भी समाप्त कर दिया है।

Point of View

बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देती है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का उत्तरी रेलवे को बधाई देना इस कदम की महत्ता को दर्शाता है। यह कदम विशेष रूप से सर्दियों में सप्लाई चेन को सहज बनाने में सहायक होगा।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

एफसीआई की मालगाड़ी कब कश्मीर घाटी पहुंची?
एफसीआई की अनाज से लदी मालगाड़ी 21 दिसंबर को कश्मीर घाटी पहुंची।
इस मालगाड़ी में कितना अनाज लदा हुआ था?
इस मालगाड़ी में लगभग 1,384 टन चावल लदा हुआ था।
कश्मीर घाटी के लिए यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है?
यह कदम घाटी में सामान की तेज डिलीवरी सुनिश्चित करेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
अनंतनाग गुड्स शेड का क्या महत्व है?
अनंतनाग गुड्स शेड माल ढुलाई के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।
क्या इस ट्रेन से अन्य वस्तुओं की सप्लाई भी होगी?
हाँ, इस ट्रेन के माध्यम से अनाज के साथ-साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं की भी सप्लाई सुनिश्चित होगी।
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