क्या अमित शाह ने कठुआ में बादल फटने की घटना पर चिंता जताई?

सारांश
Key Takeaways
- कठुआ में बादल फटने से जनहानि हुई।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मदद का आश्वासन दिया।
- स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है।
- एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं।
- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी दुख व्यक्त किया।
नई दिल्ली/श्रीनगर, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कठुआ में आई प्राकृतिक आपदा के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बातचीत की है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की। अमित शाह ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर सरकार को मोदी सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "कठुआ में बादल फटने की घटना के संदर्भ में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की। स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है और एनडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल पर पहुँच गई हैं। मोदी सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। हम जम्मू-कश्मीर के अपने बहनों और भाइयों के साथ मजबूती से खड़े हैं।"
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कठुआ की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "कठुआ के कई इलाकों में बारिश के कारण हुए विनाशकारी भूस्खलन में जान-माल की हानि से अत्यंत व्यथित हूँ। यह त्रासदी मन को स्तब्ध कर देने वाली है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह को सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी दी।"
एक अन्य पोस्ट में उपराज्यपाल ने लिखा, "मैंने पुलिस अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और सहायता कार्यों का समन्वय करने के निर्देश दिए हैं।" उन्होंने अंत में लिखा, "मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।"
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बादल फटने से कम से कम 4 लोगों की जान गई है और कई अन्य घायल हैं। जंगलोट इलाके में शनिवार और रविवार की दरमियानी रात बादल फटा। पिछले चार दिनों में जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की यह दूसरी घटना है। 14 अगस्त को, किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में भी बादल फटा। इस आपदा के बाद अब तक 65 शव बरामद किए जा चुके हैं। हालांकि, 100 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है।