क्या केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने देश में एसआईआर प्रक्रिया शुरू करने का समर्थन किया?

सारांश
Key Takeaways
- मतदाता सूची का सही होना आवश्यक है।
- एसआईआर प्रक्रिया से गलत नाम हटाए जाएंगे।
- केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष की आलोचना की।
- बिहार में एसआईआर सफल हो रहा है।
पटना, ११ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने देशभर में चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर कराने की योजना का समर्थन करते हुए कहा कि यह एक सकारात्मक कदम है। अगर चुनाव आयोग ऐसा निर्णय लेता है, तो यह उचित होगा।
जीतन राम मांझी ने चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रव्यापी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कराने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह एक अच्छी बात है। अगर मतदाता सूची को पुनरीक्षित करने के लिए यदि सघन अभियान चलाया जाए, तो इसमें गलत क्या है? कई लोग जिनका निधन हो चुका है, उनका नाम सूची में है, और कई ऐसे बाहरी लोग हैं जिन्होंने गलत तरीके से अपना नाम दर्ज कराया है। ऐसे लोगों का नाम कटना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिहार में जो एसआईआर अभी हो रहा है, अगर यह देश में भी हो, तो यह एक अच्छी बात होगी।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने विपक्ष के विरोध पर कहा कि उनकी बात बेतुकी है। चुनाव आयोग कानूनी तरीके से काम कर रहा है।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा सीएम और डिप्टी सीएम पर अपराधियों को संरक्षण देने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि वे अपने पिताजी का समय भूल गए जब अपराधियों की मुख्यमंत्री आवास में पंचायती होती थी।
तेजस्वी यादव ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में प्रतिदिन गोली चल रही है, लोग मारे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और सरकार का संरक्षण प्राप्त कर रहे हैं। यह स्थिति चिंताजनक है।