क्या नोएडा पुलिस ने 50 लाख की खैर लकड़ी पकड़ी? दो तस्कर गिरफ्तार!

सारांश
Key Takeaways
- नोएडा पुलिस ने खैर लकड़ी की तस्करी का बड़ा रैकेट पकड़ा।
- गिरफ्तार तस्करों के पास 50 लाख रुपए की लकड़ी थी।
- तस्करों ने फर्जी रसीदों का उपयोग किया।
- पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है और ट्रक को सीज किया है।
- तस्करी नेटवर्क के और भी खुलासे की संभावना।
नोएडा, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा के थाना फेस-2 पुलिस और सीआरटी/स्वाट-2 टीम ने मिलकर प्रतिबंधित खैर लकड़ी की तस्करी का एक बड़ा रैकेट उजागर किया है। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान दो तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 50 लाख रुपए55 क्विंटल खैर लकड़ी से भरा एक ट्रक भी बरामद किया है।
यह कार्रवाई ककराला टी प्वाइंट के पास गुप्त सूचना के आधार पर की गई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रवींद्र (36 वर्ष) निवासी नगरिया जाहर, थाना दादौ, अलीगढ़ और ताज खान (33 वर्ष) निवासी ग्राम कांड, थाना पिपरा, मोतिहारी, बिहार के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि दोनों लंबे समय से अवैध खैर लकड़ी की तस्करी में शामिल थे।
पुलिस ने बताया कि तस्करों का तरीका बहुत ही चालाक था। वे खुद केले की फर्जी रसीद बनाते थे और बिहार के मधुबनी से ट्रक में केले और केले के पत्तों के बीच खैर लकड़ी छिपाकर दिल्ली और हरियाणा ले जाते थे। इस प्रकार लकड़ी को छिपाकर बेचने का प्रयास किया जाता था।
ज्ञात रहे कि खैर पेड़ को काटने और उसकी लकड़ी के परिवहन के लिए वन विभाग से पास लेना जरूरी है, लेकिन आरोपियों ने अवैध तरीके से इसकी ढुलाई की। पुलिस ने बरामद ट्रक को सीज कर दिया है और आरोपियों के खिलाफ थाना फेस-2 में मामला दर्ज किया गया है।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने इस सराहनीय कार्रवाई के लिए पुलिस टीम को 25 हजार रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की है। अधिकारियों का कहना है कि खैर लकड़ी की तस्करी को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है और इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस बरामदगी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि खैर लकड़ी के तस्करी नेटवर्क के और भी बड़े खुलासे होंगे, क्योंकि आरोपी कई बार इसी तरह दिल्ली और हरियाणा में लकड़ी सप्लाई कर चुके हैं। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है।