क्या खान सर बिहार के सभी जिलों में डायलिसिस सेंटर और ब्लड बैंक स्थापित करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- खान सर की पहल से बिहार के सभी जिलों में डायलिसिस सेंटर स्थापित होंगे।
- डायलिसिस एवं ब्लड बैंक की सेवाएं गरीबों के लिए मुफ्त या कम लागत में उपलब्ध होंगी।
- प्रारंभ में 10 डायलिसिस मशीनें स्थापित की जाएंगी, बाद में 200 मशीनें।
- रक्त की कमी को दूर करने के लिए एक विश्वस्तरीय ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी।
- यह पहल समाज में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का एक प्रयास है।
पटना, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध शिक्षक और समाजसेवी खान सर ने घोषणा की है कि वे बिहार के सभी जिलों में जरूरतमंदों के लिए डायलिसिस सेंटर और ब्लड बैंक स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। सावन के अंतिम सोमवार के पावन अवसर पर उन्होंने इस महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया।
खान सर ने कहा, "सावन का अंतिम सोमवार एक शुभ दिन है, इसलिए हमने आज जर्मनी से डायलिसिस मशीनें मंगाई हैं। हमारा उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को मुफ्त या कम खर्च में डायलिसिस सेवाएं प्रदान करना है। इसके अतिरिक्त, ब्लड बैंक की स्थापना भी की जा रही है, ताकि किसी को रक्त की कमी के कारण जीवन न गंवाना पड़े।"
उन्होंने बताया कि डायलिसिस का खर्च गरीब परिवारों के लिए असाधारण होता है, जिसमें हर महीने 50-60 हजार रुपये तक का खर्च आता है। किडनी फेल होने पर मरीज को हर बार पांच घंटे की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें रक्त को शरीर से निकालकर फ़िल्टर किया जाता है। गरीब मरीज इस खर्च का वहन नहीं कर पाते, जिसके कारण उन्हें कई बार अपने परिवार के सदस्यों को खोना पड़ता है। खान सर ने कहा कि ब्लड बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य रक्त की कमी को दूर करना है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को बनारस, दिल्ली या पटना जैसे शहरों में इलाज के दौरान रक्त की कमी का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, "हमने कई मरीजों को रक्त न मिलने के कारण मरते देखा है। इसलिए हम एक विश्वस्तरीय ब्लड बैंक स्थापित करने जा रहे हैं, जो पूरे एशिया में एक मिसाल बनेगा। ब्लड बैंक की मशीनें जापान से मंगाई जा रही हैं, और नवरात्रि के पहले दिन इसका उद्घाटन होगा।"
उन्होंने भारतीय संस्कृति के 'वसुधैव कुटुंबकम' के सिद्धांत का जिक्र करते हुए कहा कि यह पहल समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का हिस्सा है। खान सर ने बताया कि प्रारंभ में 10 डायलिसिस मशीनें प्राप्त हो चुकी हैं, और भविष्य में लगभग 200 मशीनों की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने कहा, "भारत में एक व्यक्ति की जान बचाना सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे परिवार को बचाना है। कई बार एक कमाने वाले व्यक्ति की मृत्यु पूरे परिवार को बिखेर देती है।"
खान सर ने कहा कि उनकी योजना भविष्य में इन डायलिसिस सेंटरों और ब्लड बैंकों को अस्पतालों में बदलने की है, ताकि समाज को और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उन्होंने कहा, "हमने कई लोगों को अस्पतालों में लाखों रुपए के बिलों के बोझ तले दबते देखा है। हमारा लक्ष्य है कि कोई भी गरीब व्यक्ति इलाज के अभाव में न मरे।"
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि राज्य में शिक्षक भर्ती में अब स्थानीय निवासियों (मूल निवासी) को प्राथमिकता दी जाएगी। इस पर खान सर ने कहा कि डोमिसाइल को सरकार ने लागू किया है। अगर सरकार सप्लीमेंट्री रिजल्ट भी दे देती थी तो बच्चों के लिए काफी अच्छा होता। सप्लीमेंट्री रिजल्ट उस स्थिति को कहते हैं जहां रिक्तियों के अभाव में उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाता। लेकिन इस मामले में टीआरई 4, टीआरई 5 और टीआरई 6 में रिक्तियां हैं।