क्या जम्मू-कश्मीर में हड़ताल के बजाय खेलों इंडिया का कैलेंडर निकलना शुरू हो गया है? : मनोज सिन्हा

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क्या जम्मू-कश्मीर में हड़ताल के बजाय खेलों इंडिया का कैलेंडर निकलना शुरू हो गया है? : मनोज सिन्हा

सारांश

जम्मू-कश्मीर में खेलों का नया अध्याय शुरू हुआ है। खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2025 का आगाज़ हुआ है, जिसमें 400 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने खेलों के माध्यम से युवाओं के जीवन में बदलाव की बात की है। यह आयोजन प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण कदम है।

Key Takeaways

  • खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का आयोजन जम्मू-कश्मीर में हो रहा है।
  • इसमें 400 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
  • उपराज्यपाल ने कहा कि अब हड़ताल के बजाय खेलों का कैलेंडर निकलता है।
  • खेलों के माध्यम से युवाओं का उत्थान संभव है।
  • जम्मू-कश्मीर में खेल संस्कृति का विकास हो रहा है।

श्रीनगर, 21 अगस्‍त (राष्ट्र प्रेस)। डल झील की शान, ‘खेल से बढ़े पहचान’ थीम के अंतर्गत गुरुवारखेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2025 की शुरुआत हो चुकी है। यह तीन दिवसीय फेस्टिवल 21-23 अगस्त तक चलेगा। इस आयोजन में रोइंग, वाटर स्कीइंग, शिकारा रेस, ड्रैगन बोट रेस, कैनोइंग और कयाकिंग में ओपन-एज प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस फेस्टिवल में लगभग 400 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

इस अवसर पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में खेल क्षेत्र में कई उन्नति हुई हैं और यह जारी है। जम्मू-कश्मीर उनके प्रयासों का एक जीता जागता उदाहरण है। लगभग 20 जिलों में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है, जिस पर हमें गर्व है। वाइब्रेंट स्पोर्ट्स इकोसिस्टम अब यहाँ स्थापित हो चुका है। देश ओलंपिक के लिए अपनी तैयारी कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में जम्मू कश्मीर में व्यापक स्पोर्ट्स कल्चर विकसित हुआ है। यहां की युवा पीढ़ी जम्मू कश्मीर का नाम रोशन कर रही है। पिछले पांच वर्षों में 3 से 4 लाख लोग स्पोर्ट्स की विभिन्न योजनाओं में भाग लेते थे, जो बढ़कर करीब 40 लाख हो गया है। यह एक बड़ी खुशी की बात है।

उन्होंने आगे कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में बंद और हड़ताल के कैलेंडर नहीं निकलते, बल्कि खेलों इंडिया के कैलेंडर निकाले जाते हैं। यहां के युवाओं की आवाज गलियों में नहीं, बल्कि स्टेडियम में सुनाई पड़ती है। ये ऐसे बदलाव हैं, जिन पर प्रदेश और भारत को गर्व है। तीन दशक से प्रदेश ने बड़ी पीड़ा झेली है। यहां का नौजवान नया जीवन जी रहा है।

केंद्रीय राज्य मंत्री, रक्षा निखिल खडसे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आकर गर्व महसूस कर रही हूं। कश्मीर विंटर स्पोर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है। आने वाले दिनों में देश के वाटर स्पोर्ट्स के कार्यक्रम कश्मीर में आयोजित होंगे।

वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा सांसद रक्षा खडसे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पीएम चाहते हैं कि खेलों भारत नीति के माध्यम से स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा दें। जम्मू-कश्मीर टूरिज्म के लिए प्रसिद्ध है। इस देश को विकसित बनाने में स्पोर्ट्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

खेल मंत्रालय की नई नीति के अनुसार, भारतीय टीम को पाकिस्तान में द्विपक्षीय सीरीज खेलने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही पाकिस्तानी टीम को भारत में द्विपक्षीय सीरीज खेलने की इजाजत नहीं होगी। इस पर केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा सांसद रक्षा खडसे ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध समय के साथ जिस तरह से रहे हैं, जब से भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, मेरा मानना है कि यह सही निर्णय था, क्योंकि हमारी भूमि भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम खेल को बढ़ावा देना चाहते हैं, लेकिन ऐसे देश के खिलाड़ियों को हम यहां बुलाकर जनता की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते।

Point of View

बल्कि पूरे देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह बदलाव दर्शाता है कि कैसे खेलों के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक विकास संभव है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल कब शुरू हुआ?
यह फेस्टिवल 21-23 अगस्त 2025 के बीच आयोजित हो रहा है।
इस फेस्टिवल में कितने खिलाड़ी भाग ले रहे हैं?
इस फेस्टिवल में लगभग 400 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में हड़ताल के बजाय खेलों का कैलेंडर निकलता है।
केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि पीएम खेलों के माध्यम से स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहते हैं।
खेल मंत्रालय की नई नीति में क्या प्रावधान है?
नई नीति के अनुसार, भारतीय टीम को पाकिस्तान में द्विपक्षीय सीरीज खेलने की अनुमति नहीं होगी।