क्या जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से प्रभावित लोगों के प्रति राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने संवेदना व्यक्त की?

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क्या जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से प्रभावित लोगों के प्रति राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने संवेदना व्यक्त की?

सारांश

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया। जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना और राहत कार्यों के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया। जानें इस आपदा के संबंध में और क्या कहा गया।

Key Takeaways

  • राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
  • बचाव कार्यों का संचालन जारी है।
  • केंद्र सरकार ने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
  • स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है।
  • घायलों का इलाज किश्तवाड़ के अस्पतालों में किया जा रहा है।

नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के चशोती क्षेत्र में बादल फटने और बाढ़ के कारण प्रभावित व्यक्तियों के प्रति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की। साथ ही, उन्होंने आपदा में जान गंवाने वालों के प्रति शोक प्रकट किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि आपदा से प्रभावित लोगों को समय पर सहायता पहुँचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना में कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है। मैं शोकाकुल परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और राहत तथा बचाव कार्य में सफलता की कामना करती हूं।"

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, "मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बचाव और राहत अभियान जारी है। जरूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।"

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किश्तवाड़ में बादल फटने से आई बाढ़ के संबंध में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर वार्ता की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की। स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य कर रहा है। एनडीआरएफ की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और हर परिस्थिति में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं। जरूरतमंद लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।"

वहीं, एसडीआरएफ के अधिकारी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में जानकारी दी कि किश्तवाड़ की घटना में 15 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई है, जबकि 50 से ज्यादा घायल हैं। कुछ घायलों को किश्तवाड़ के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

Point of View

बल्कि इससे स्थानीय समुदाय पर गहरा संकट भी आया है। राष्ट्रीय स्तर पर इसे गंभीरता से लिया जा रहा है और राहत कार्य में तेजी लाई जा रही है। यह हम सभी के लिए एक चुनौती है कि हम संकट के समय एकजुट होकर प्रभावित लोगों की सहायता करें।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना कब हुई?
यह घटना 14 अगस्त को किश्तवाड़ के चशोती क्षेत्र में हुई।
इस आपदा में कितने लोग प्रभावित हुए हैं?
इस घटना में 15 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
सरकार इस आपदा में क्या मदद कर रही है?
सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने का आश्वासन दिया है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।