क्या अखिलेश राज में कर्फ्यू हर महीने लगता था? मौलाना रजवी बरेलवी का बयान

सारांश
Key Takeaways
- कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है।
- महिलाओं की सुरक्षा में वृद्धि हुई है।
- धार्मिक त्योहारों पर शांति रही है।
- अखिलेश यादव के शासन में अराजकता थी।
- कानून की नजर में सभी समान हैं।
बरेली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल में अराजकता और गुंडागर्दी अपने चरम पर थी। हर महीने कर्फ्यू लगता था।
शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मंगलवार को अपने बयान में अखिलेश यादव को लक्षित करते हुए कहा कि उस समय महिलाओं की स्थिति अत्यंत ख़राब थी। शाम 7 बजे के बाद महिलाएं बाहर निकलने में डरती थीं। गुंडागर्दी और चेन स्नैचिंग का खौफ हर मोहल्ले में था। अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। आज महिलाएं रात एक बजे तक सुरक्षित घूम सकती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अब किसी भी ताकतवर व्यक्ति की हिम्मत नहीं है कि गरीब की जमीन पर कब्जा कर सके या कमजोर वर्ग का शोषण कर सके। आज कानून सबसे बड़ा है, जहां न कोई छोटा है और न बड़ा, सभी समान हैं।
अखिलेश यादव पर सीधा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल में पार्टी कार्यकर्ता यह कहते थे कि कानून हमारी जेब में है। अब हालात बदल चुके हैं। आज कानून व्यवस्था पर किसी का दबदबा नहीं है। पुलिस और प्रशासन हर स्थिति में तुरंत सक्रिय हो जाते हैं और हालात को नियंत्रित करते हैं।
मौलाना रजवी ने धार्मिक त्योहारों पर शांति व्यवस्था का उदाहरण देते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा, मुहर्रम और ईद-मिलाद-उन-नबी के जुलूस पूरी तरह सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न हुए। इन आयोजनों में न तो कोई दंगा हुआ और न ही किसी को खरोंच तक आई। अखिलेश यादव के शासन में तो हर महीने किसी न किसी शहर में दंगा होता था और कर्फ्यू लगाना पड़ता था। इसका सबसे बड़ा उदाहरण मुजफ्फरनगर दंगा है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव पिछले आठ सालों से कानून व्यवस्था के चौपट होने का रोना रो रहे हैं, जबकि उनके शासनकाल की वास्तविकता किसी से छिपी नहीं है। सपा शासनकाल में असली मुख्यमंत्री पर्दे के पीछे रहते थे और उनके आदेशों पर पूरा सिस्टम चलता था। आज की सरकार में ऐसा कुछ नहीं है। कानून व्यवस्था मजबूत है और प्रशासन हर घटना पर तुरंत सक्रिय होकर शांति व्यवस्था बनाए रखता है।