क्या बेबुनियाद आरोपों से लोकतंत्र पर सवाल उठाना निराशा का संकेत है? : शाइना एनसी

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क्या बेबुनियाद आरोपों से लोकतंत्र पर सवाल उठाना निराशा का संकेत है? : शाइना एनसी

सारांश

शिवसेना की प्रवक्ता शाइना एनसी ने विपक्षी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए निराशा का संकेत है। उन्होंने चुनाव आयोग और पीएम मोदी के बयानों पर भी अपने विचार साझा किए। जानिए उनके खास विचार इस महत्वपूर्ण बातचीत में।

Key Takeaways

  • शिवसेना की प्रवक्ता शाइना एनसी ने विपक्ष के आरोपों का खंडन किया।
  • लोकतंत्र की स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए बेबुनियाद आरोपों का विरोध जरूरी है।
  • चुनाव आयोग की प्रक्रिया को पारदर्शी और वैधानिक बताया गया।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को किसानों के संदर्भ में समझाया गया।
  • जीएसटी सुधार को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया गया।

मुंबई, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाइना एनसी ने रविवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। इस मौके पर उन्होंने विपक्षी नेताओं के आरोपों पर तीखा जवाब दिया।

शाइना एनसी ने शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पार्टी के प्रतीक चिन्ह मामले की सुनवाई में देरी पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमारे नेता एकनाथ शिंदे ने पहले ही स्पष्ट किया है कि हमें जनता, मतदाताओं और चुनाव आयोग से समर्थन प्राप्त है। चुनाव आयोग ने बहुमत और विधानसभा में समर्थन के आधार पर हमें पार्टी का नाम और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट या चुनाव आयोग पर सवाल उठाना निराशा का संकेत है।

बिहार से शुरू हुई कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर टिप्पणी करते हुए शाइना एनसी ने कहा कि चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण एक वैधानिक प्रक्रिया है। यदि किसी पार्टी को आपत्ति है तो उन्हें सबूत के साथ शिकायत करनी चाहिए। आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हर सवाल का उत्तर मिलेगा। बेबुनियाद आरोप लगाने से कुछ नहीं होगा।

राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों पर शाइना एनसी ने कहा कि वे बार-बार चुनाव आयोग, ईवीएम और अन्य मुद्दों पर बेबुनियाद बयान देते रहते हैं। एक जिम्मेदार नेता होने के नाते उन्हें सबूतों के साथ शिकायत करनी चाहिए थी, लेकिन वे केवल अफवाहें फैलाते हैं, और यही उनका राजनीतिक पेशा बन गया है। लोकतंत्र की असली पहचान यही है कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'खून और पानी' एक साथ नहीं बह सकते वाले बयान पर भी उन्होंने स्पष्टीकरण दिया। शिवसेना नेता ने कहा कि पीएम मोदी का यह बयान किसानों के संदर्भ में था। प्रधानमंत्री ने किसानों की आत्मनिर्भरता और पानी की कमी को दूर करने के संदर्भ में यह बात कही थी, लेकिन विपक्षी दल इसे तोड़-मरोड़कर जनता को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।

जगदीप धनखड़ को लेकर संजय राउत के एक्स पोस्ट पर शाइना एनसी ने कहा कि संजय राउत बी-ग्रेड फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर की तरह बयानबाजी करते हैं। वे लगातार साजिश की कहानियां गढ़ते हैं। उपराष्ट्रपति रहे जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया, लेकिन राउत शायद इसका सम्मान करना भी भूल गए हैं।

जीएसटी सुधार के लिए शाइना एनसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी 2025 का लक्ष्य आम लोगों को लाभ पहुंचाना है। इसे सरल, सस्ता और जनहितकारी बनाया जा रहा है। यह देश के नागरिकों के लिए बेहतर दिवाली गिफ्ट है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद।

Point of View

NationPress
17/08/2025

Frequently Asked Questions

शाइना एनसी ने विपक्षी आरोपों पर क्या कहा?
उन्होंने कहा कि ये आरोप बेबुनियाद हैं और लोकतंत्र पर सवाल उठाना निराशा का संकेत है।
क्या चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठाना सही है?
शाइना एनसी का कहना है कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया वैधानिक है और अगर किसी को आपत्ति है तो उन्हें सबूत के साथ शिकायत करनी चाहिए।