क्या भारत की आत्मा गांवों में बसी है, और क्या देश का विकास ग्रामीण क्षेत्रों के विकास से जुड़ा है? : सीएम रेखा गुप्ता

सारांश
Key Takeaways
- गांवों का विकास देश के विकास का आधार है।
- 760 करोड़ रुपये की लागत की योजनाएं लागू की जा रही हैं।
- दिल्ली ग्रामीण विकास बोर्ड का गठन किया गया है।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में गांवों में अभूतपूर्व विकास हो रहा है।
- सरकार का फोकस ग्रामीण प्रगति पर है।
नई दिल्ली, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोक निर्माण परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में एलजी वीके सक्सेना ने भी भाग लिया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि भारत की आत्मा गांवों में बसी है और देश का विकास ग्रामीण क्षेत्रों की प्रगति से जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर सेवा पखवाड़ा चल रहा है और गांवों के लिए अनेक योजनाओं का शुभारंभ इस बात का संकेत है कि सरकार ग्रामीण विकास के प्रति कितनी गंभीरता से प्रतिबद्ध है। 760 करोड़ की लागत के कार्य किए गए हैं। हमने दिल्ली ग्रामीण विकास बोर्ड का गठन किया है। देश के समग्र विकास के लिए गांवों का विकास अनिवार्य है। मोदी सरकार की सभी योजनाएं गांवों से शुरू होती हैं, जैसे उज्ज्वला, नल से जल, और गांवों में सड़कें—हर योजना का केंद्र गांव हैं। यह सरकार लगातार ग्रामीण विकास पर ध्यान दे रही है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'आज पूठ खुर्द में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ दिल्ली ग्रामोदय अभियान के अंतर्गत विभिन्न सार्वजनिक सुविधाओं का लोकार्पण कर उन्हें जनता को समर्पित किया। इन सुविधाओं के शुभारंभ से दिल्ली के गांवों में विकास को नई गति मिलेगी। ये प्रयास न केवल ढांचागत परिवर्तन लाएंगे, बल्कि गांव की संस्कृति, परंपरा और आधुनिकता के बीच संतुलन भी स्थापित करेंगे।
उन्होंने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रों ने जिस अभूतपूर्व विकास की गाथा लिखी है, उसी दिशा में हमारी सरकार भी दिल्ली के गांवों को आधुनिक सुविधाओं से सशक्त करने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही है। इस अवसर पर सांसद योगेंद्र चांदोलिया, दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री रविन्द्र इंद्राज सिंह, और ग्राम विकास बोर्ड के चेयरमैन राजकुमार चौहान सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
एलजी वीके सक्सेना ने कहा, "दिसंबर 2023 में दिल्ली ग्रामोदय अभियान शुरू किया गया था, जिसमें लगभग 960 करोड़ रुपये का उपयोग किया गया था जो कई वर्षों से दिल्ली सरकार के पास पड़े थे, उन्हें डीडीए को हस्तांतरित कर दिया गया। इसके बाद, गांवों के लिए विकास योजनाएं तैयार की गईं। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि 960 करोड़ रुपए में से हमने लगभग 760 करोड़ रुपए की परियोजनाएं पूरी कर ली हैं। आज 50 गांवों के लिए 13 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है। यह प्रयास तब तक जारी रहेगा जब तक दिल्ली के गांवों का विकास पूरा नहीं हो जाता। प्रदेश सरकार का मानना है कि दिल्ली के विकास के लिए गांवों का विकास आवश्यक है। सरकार ने गांव के विकास के लिए बड़ा फंड रखा है। योजनाएं चलती रहेंगी और दिल्ली का विकास होता रहेगा। गांव के वंचित लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास किया गया है। जिस गांव की जो जरूरत भी पूरी की गई, किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया।