क्या बिहार चुनाव पर पीएम मोदी की लोकप्रियता का असर होगा? 63 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन
                                सारांश
Key Takeaways
- राष्ट्र प्रेस-मैटराइज सर्वे में 63 प्रतिशत ने पीएम मोदी की लोकप्रियता का समर्थन किया।
 - नीतीश कुमार को 46 प्रतिशत ने अपनी पहली पसंद बताया है।
 - 73 प्रतिशत ने नीतीश की कानून-व्यवस्था की तारीफ की है।
 
नई दिल्ली, 4 नंवबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए प्रचार मंगलवार को समाप्त हो जाएगा। राज्य में पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होने जा रहा है। इस बीच, बिहार चुनाव को लेकर राष्ट्र प्रेस-मैटराइज सर्वे के परिणाम भी सामने आए हैं।
सर्वे के अनुसार, बिहार में एक बार फिर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनने की संभावना है। राज्य की 243 सीटों में से एनडीए को 153-164 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि इंडी गठबंधन को 76-87 सीटें मिल सकती हैं।
इसके अतिरिक्त, राष्ट्र प्रेस-मैटराइज सर्वे में बिहार की जनता से कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे गए हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का कितना प्रभाव पड़ेगा? इस सवाल के जवाब में 63 प्रतिशत लोगों ने माना कि पीएम मोदी की लोकप्रियता का इस चुनाव में बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, 8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पीएम मोदी की लोकप्रियता का राज्य के चुनाव पर थोड़ा असर पड़ेगा, जबकि 19 प्रतिशत लोगों ने कहा कि चुनाव में पीएम मोदी की लोकप्रियता का कोई प्रभाव नहीं होगा।
राष्ट्र प्रेस-मैटराइज सर्वे में जनता से पूछा गया कि मुख्यमंत्री के रूप में उनकी पहली पसंद कौन है। सर्वे में नीतीश कुमार (जेडीयू) को 46 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है। यह स्पष्ट है कि 20 साल की शासन अवधि के बावजूद नीतीश कुमार की छवि आज भी जनता के बीच मजबूत बनी हुई है।
सर्वे में पसंदीदा मुख्यमंत्री के रूप में दूसरे नंबर पर तेजस्वी यादव (राजद) को 15 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है।
राष्ट्र प्रेस-मैटराइज सर्वे में जनता ने लालू राज की तुलना में नीतीश कुमार के शासन को कानून-व्यवस्था के मामले में बेहतर बताया है। 73 प्रतिशत जनता ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में बिहार की कानून-व्यवस्था उत्कृष्ट रही है, जबकि लालू यादव के समय की कानून-व्यवस्था को केवल 12 प्रतिशत ने अच्छा माना है।
राष्ट्र प्रेस-मैटराइज का सर्वे 10 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच आयोजित किया गया है। इसमें बिहार के 73,287 लोगों के राजनीतिक विचारों को जानने का प्रयास किया गया है। सर्वे में 38,109 पुरुषों, 19,787 महिलाओं और 15,390 युवाओं को शामिल किया गया है।