क्या बिहार ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्रा को नकार दिया है?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की यात्रा को बिहार में नकारा गया है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार का अभियान जारी है।
- विपक्ष की कोई ठोस मुद्दा नहीं है।
- एनडीए सरकार ने विकास की नई गति दी है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की 53वीं यात्रा पर आएंगे।
जमुई, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस यात्रा में केवल टिकटार्थी नेता और उनके समर्थक ही दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस यात्रा को बिहार के लोगों ने पूरी तरह से नकार दिया है।
जमुई में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि जब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक नया बिल पेश किया, तब भी राहुल गांधी हंगामा कर रहे थे। इस बिल में 30 दिन जेल में रहने पर सत्ता से हटने का प्रावधान है। भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार का अभियान लगातार जारी है, जिससे विपक्ष में हंगामा मचा हुआ है।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जब ये चुनाव जीतते हैं, तो चुनाव आयोग की तारीफ करते हैं और हारने पर उसे दोषी ठहराते हैं। आखिरकार, इस बिल में विपक्ष को क्या परेशानी है?
उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह चुनाव आयोग को सॉफ्ट टारगेट बना रहे हैं। बिहार में एनडीए सरकार ने अपने कार्यों से सबको दिखाया है। राजद और जनसुराज केवल बातों में लगे हैं, इससे कुछ नहीं होने वाला। बिहार में कई नए एयरपोर्ट बने हैं, सड़कों की स्थिति में सुधार हुआ है, और कई नई ट्रेनों का शुभारंभ किया गया है। दरभंगा में प्रदेश का दूसरा एम्स बन रहा है। बिहार अब एथेनॉल उत्पादन में नंबर एक है, जबकि पहले जंगलराज के दौरान यह अपराध में भी नंबर एक था।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बिहार के विकास को नई गति दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को एक बार फिर बिहार आ रहे हैं, यह उनकी 53वीं यात्रा है, जो उनके बिहार के प्रति गहरे लगाव को दर्शाता है। पीएम मोदी इस दौरे में बिहार को कई नई सौगात भी देंगे।