क्या भाजपा लोकतंत्र को लाठी से हांकना चाहती है? : मृत्युंजय तिवारी

सारांश
Key Takeaways
- वोटर अधिकार यात्रा बिहार में समर्थन जुटा रही है।
- भाजपा ने यात्रा को लेकर बौखलाहट दिखाई है।
- राजद ने यात्रा के माध्यम से लोकतंत्र की रक्षा का संदेश दिया है।
नई दिल्ली, 30 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चल रही वोटर अधिकार यात्रा को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने यह दावा किया है कि जैसे ही इस यात्रा की आवाज़ दिल्ली पहुँची, भाजपा बौखला गई है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारी जनसमर्थन के साथ अपने अंतिम चरण में है। इस यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जनता का उत्साह स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और राजद नेता रोहिणी आचार्य भी इस यात्रा में शामिल हुए हैं।
तिवारी ने कहा कि यह यात्रा जनता के गुस्से और लोकतंत्र की रक्षा के लिए उनके समर्थन को दर्शाती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ ताकतें असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं।
राजद प्रवक्ता ने भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसक झड़प की निंदा की। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि भाजपा लोकतंत्र को लाठी से हांकना चाहती है, जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
मृत्युंजय तिवारी ने अमर्यादित आचरण को अस्वीकार्य बताते हुए इस पर उचित कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा राहुल गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करती है और कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ करती है, जो बिल्कुल भी सही नहीं है। बिहार की जनता भाजपा के प्रोपेगेंडा को बर्दाश्त नहीं करेगी।
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के बयान पर राजद प्रवक्ता ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की अंतिम यात्रा निकालने का समय आ गया है और बिहार की जनता इस सरकार को सत्ता से हटाएगी।
उन्होंने प्रदेश में एनडीए के 20 साल के शासन पर सवाल उठाए। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस दौरान बिहार में पलायन और बेरोजगारी जैसे मुद्दे हावी रहे हैं, जिनका कोई समाधान नहीं निकला।
तिवारी ने बिहार सरकार से इन मुद्दों पर जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले इन समस्याओं का हिसाब देना चाहिए।
राजद प्रवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 50 फीसदी टैरिफ लगाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने जिस तरह से यह टैरिफ लगाया है, यह भारत के लिए नुकसानदायक है। केंद्र सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से फेल नजर आई है।