क्या बूथ स्तर पर माइक्रो प्लानिंग से चुनाव प्रबंधन संभव है? - धर्मपाल सिंह

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क्या बूथ स्तर पर माइक्रो प्लानिंग से चुनाव प्रबंधन संभव है? - धर्मपाल सिंह

सारांश

धर्मपाल सिंह ने लखनऊ में भाजपा की एमएलसी चुनाव बैठक में माइक्रो प्लानिंग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की भूमिका और मतदाता बनाने की रणनीतियों पर चर्चा की। क्या भाजपा इस रणनीति को सफल कर पाएगी?

Key Takeaways

  • बूथ स्तर पर माइक्रो प्लानिंग आवश्यक है।
  • मतदाता बनाने के लिए टीम वर्क महत्वपूर्ण है।
  • सभी स्तरों पर सक्रियता और समन्वय की जरूरत है।
  • छोटे-छोटे टारगेट तय करना सहायक होगा।
  • सभी अभियानों में सहभागिता जरूरी है।

लखनऊ, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने रविवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय, लखनऊ में शिक्षक-स्नातक एमएलसी चुनाव की बैठक में विगत कार्यों की समीक्षा के साथ आगामी कार्य एवं कार्यक्रमों पर चर्चा की। धर्मपाल सिंह ने एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र की समीक्षा की तथा क्षेत्र व जिला के संयोजक, सहसंयोजकों से संवाद करते हुए माइक्रो प्लानिंग का मंत्र दिया।

बैठक में प्रदेश महामंत्री व एमएलसी चुनाव के प्रदेश संयोजक अमर पाल मौर्य ने विगत कार्यों का बिन्दुवार ब्यौरा प्रस्तुत किया। प्रदेश महामंत्री संजय राय ने संचालन किया। एमएलसी चुनाव के सहसंयोजक के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यपाल सिंह सैनी, त्रयम्बक त्रिपाठी, प्रदेश मंत्री शंकर गिरिबसंत त्यागी उपस्थित रहे।

धर्मपाल सिंह ने कहा कि बूथ स्तर पर माइक्रो प्लानिंग से चुनाव प्रबंधन करना होगा, जिससे संख्यात्मक तथा गुणात्मक दृष्टि से परिणाम हमारे अनुकूल हों। उन्होंने कहा कि यह चुनाव पूरी तरह से प्रबंधन का चुनाव है, इसलिए अधिकतम मतदाता बनाना, मतदाताओं से संपर्क एवं संवाद करना तथा मतदान के दिन अधिकतम मतदान के लिए जुटने की रणनीति बनाकर काम करना होगा।

उन्होंने कहा कि बूथ स्तर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं को मतदाता बनाने की जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही हमें विचार परिवार के साथ मिलकर काम करना है। प्रत्येक कार्यकर्ता को योग्यता और क्षमता के आधार पर जिम्मेदारी सौंपना है। व्यापक रूप से लोगों को इस अभियान से जोड़ना है।

धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश, क्षेत्र, और जिला से लेकर विधानसभा, मंडल और बूथ स्तर तक सक्रियता, समन्वय तथा संवाद के साथ ही समीक्षा के फार्मूले पर काम करना है। शिक्षक एमएलसी चुनाव के लिए विश्वविद्यालय, महाविद्यालय तथा विद्यालयों में पहुंचकर मतदाता बनाने का काम करना है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे टारगेट तय करते हुए काम करने से काम आसान होता है। कॉलेजों की सूची तैयार करना है तथा टीम वर्क से मतदाता बनाने का काम करना है। स्नातक एमएलसी चुनाव के लिए घर-घर पहुंचकर मतदाता बनाना है।

उन्होंने ने कहा कि वर्तमान में पार्टी के आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान, सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के समारोह अभियान, वंदे भारत अभियान, बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव अभियान के साथ ही विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चल रहे हैं। हमें सभी अभियानों में सहभागिता के साथ ही विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में विशेष रूप से जुटना है। शिक्षक-स्नातक एमएलसी चुनाव में निश्चित विजय के लिए लक्ष्य निर्धारित करके बड़ी संख्या में मतदाता बनाना है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि चुनावी रणनीतियों में स्थानीय स्तर पर सही प्रबंधन महत्वपूर्ण होता है। धर्मपाल सिंह का यह दृष्टिकोण भाजपा की चुनावी तैयारी को मजबूत कर सकता है, बशर्ते इसे सही तरीके से लागू किया जाए।
NationPress
02/11/2025

Frequently Asked Questions

धर्मपाल सिंह ने बैठक में क्या कहा?
धर्मपाल सिंह ने बूथ स्तर पर माइक्रो प्लानिंग के महत्व पर जोर दिया और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियों को बांटने की बात की।
भाजपा की इस रणनीति का क्या असर होगा?
यदि यह रणनीति सफल होती है, तो भाजपा को चुनाव में बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।