क्या चिराग पासवान के पास राजनीति का पर्याप्त अनुभव नहीं है? : जीतनराम मांझी

सारांश
Key Takeaways
- जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान के अनुभव की कमी की ओर इशारा किया।
- बिहार में कानून व्यवस्था में सुधार के संकेत मिले हैं।
- प्रधान मंत्री मोदी बिहार में कई विकास योजनाओं की घोषणा करेंगे।
- राजनीतिक अनुभव का महत्व हमेशा से ही रहा है।
- विपक्ष को आने वाले चुनावों में चिंता है।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान द्वारा बिहार की कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवालों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को अभी राजनीति में लंबा अनुभव प्राप्त करना है।
जीतन राम मांझी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि तेजस्वी यादव के पिता रामविलास पासवान भी उनके साथ काम कर चुके थे। उनका राजनीति में लंबा अनुभव था और वे कई बार केंद्र में मंत्री रहे। रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग पासवान ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा है। पहले वे सिनेमा में काम कर रहे थे। वर्तमान में, चिराग पासवान द्वारा दिए गए कुछ बयानों से यह स्पष्ट है कि उन्हें राजनीति में परिपक्वता प्राप्त करने की आवश्यकता है। अगर उनके पास पर्याप्त अनुभव होता, तो वे अपनी ही एनडीए सरकार पर सवाल नहीं उठाते।
जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि वे लंबे समय से राजनीति में हैं। लेकिन, बिहार में जो स्थिति आज बनी हुई है, वैसी पहले कभी नहीं थी। पहले अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती थी, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। आज अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाती है। उन्होंने हाल ही में व्यवसायियों की हत्या का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले में शामिल आरोपी का तुरंत एनकाउंटर किया गया। अब अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 2005 में पहले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती थी। प्रशासन के लोग भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे, लेकिन आज ऐसा नहीं है। आज की सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त नीति अपनाने में लगी है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कभी नहीं देखा कि अपराधियों के खिलाफ इस प्रकार का एनकाउंटर हुआ हो।
इसके अलावा, 18 जुलाई को प्रधान मंत्री मोदी मोतिहारी जिले में जनसभा को संबोधित करेंगे। इस पर जीतन राम मांझी ने कहा कि जब भी प्रधानमंत्री बिहार आए हैं, उन्होंने वहां कई सौगातें दी हैं। तकनीकी कारणों से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल पाया है, लेकिन हमारी सरकार विकास की गति को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। नीतीश कुमार बिहार में रोजगार के अवसर बढ़ा रहे हैं और कई विकास कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बिहार में कई प्रकार की सौगातें देने जा रहे हैं, जिससे विपक्ष के लोग चिंतित हैं। विपक्ष को इस बात का डर है कि जिस प्रकार से प्रधानमंत्री मोदी बिहार में विकास कार्यों में तेजी ला रहे हैं, उससे आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी स्थिति खराब हो सकती है।