क्या दिल्ली में कांग्रेस का विरोध मार्च फ्लॉप साबित हुआ? : जोगाराम पटेल

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का विरोध मार्च फ्लॉप रहा।
- जोगाराम पटेल ने जनता का समर्थन महत्वपूर्ण बताया।
- राजस्थान सरकार ने प्रदूषित नदियों के लिए बजट पास किया।
- आंदोलन की आवश्यकता पर जोगाराम पटेल का स्पष्ट बयान।
जोधपुर, १३ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर संसद से चुनाव आयोग कार्यालय तक इंडिया गठबंधन के विरोध मार्च पर राजस्थान के मंत्री जोगाराम पटेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस का विरोध मार्च एक फ्लॉप शो साबित हुआ। केवल ३०० सांसदों को इकट्ठा करना जनता की वास्तविक भागीदारी को नहीं दर्शाता है।
कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता अशोक गहलोत द्वारा उठाए गए 'वोट चोरी' के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस का रोड शो वास्तव में फ्लॉप रहा। दिल्ली में केवल ३०० सांसदों का एकत्रित होना कुछ नहीं दर्शाता। जनता का समर्थन कितना है, यह महत्वपूर्ण है। चुनाव के एक साल बाद 'वोट चोरी' का मुद्दा उठाना हास्यास्पद है। चाहे बीकानेर, जयपुर ग्रामीण हो या कोटा, इन तीनों लोकसभा क्षेत्रों में मैं वास्तविक रिपोर्ट दूंगा। हमारे जितने वोट आए हैं, अगर कांग्रेस उन्हें भी ले ले तो भी हम जीतेंगे। इन तीनों क्षेत्रों में हमारा स्पष्ट बहुमत है। वे केवल सुर्खियों में रहने और अखबारों की हेडलाइन बनने में सक्षम हैं, लेकिन वास्तव में उनके पास कुछ नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान सरकार प्रदूषित नदियों के प्रति गंभीर है। जोजरी नदी के लिए १७२ करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है। सभी अवैध फैक्ट्रियों को बंद किया गया है। नदी के किनारे कपड़े धुलाई की फैक्ट्रियों को भी बंद किया गया है। हमारा उद्देश्य है कि प्रदेश के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
जब हनुमान बेनीवाल द्वारा आंदोलन करने की बात उठाई गई, तो उन्होंने कहा कि आंदोलन की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर कोई पार्टी आंदोलन करती है, तो उसका मैं कोई जवाब नहीं दे सकता। हम अपना कार्य कर रहे हैं। जब समस्या नहीं होगी, तो आंदोलन की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।