क्या जीएसटी में सुधार से कीमतों में कमी आएगी? : पीएम मोदी

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी में सुधार से कीमतों में कमी संभव है।
- भारत ने 5जी और 6जी तकनीक का विकास किया है।
- 300+ अंतरिक्ष स्टार्टअप्स सक्रिय हैं।
- अंतरिक्ष डॉकिंग क्षमता हासिल की गई है।
- 1,000 करोड़ रुपये का फंड अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के लिए आवंटित किया गया है।
नई दिल्ली, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि पूर्व की सरकारें चुनावी दृष्टिकोण से परे कभी नहीं सोचती थीं। उनका मानना था कि तकनीक का विकास केवल उन्नत देशों का कार्य है और आवश्यकता पड़ने पर भारत इसे आसानी से आयात कर लेगा, किंतु 2014 के बाद भारत ने अपने दृष्टिकोण में बदलाव किया।
पीएम मोदी ने बताया कि 2014 के बाद भारत ने अपनी दृष्टि में बदलाव किया, जिसके चलते हमने अपना पूरा 5जी स्टैक देश में ही विकसित किया। अब हम तेजी से मेड-इन-इंडिया 6जी की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1979 से 2014 तक भारत में महज 42 मिशन पूरे हुए थे, जबकि पिछले 11 वर्षों में 60 से अधिक मिशन सफलतापूर्वक संपन्न हुए हैं। भविष्य में कई महत्वपूर्ण मिशन की योजना बन रही है।
उन्होंने कहा कि आज नेशनल स्पेस डे भी है, और मैं सभी को इसके लिए शुभकामनाएं देता हूं। 2014 से पहले स्पेस मिशन सीमित थे और उनके दायरे में भी कमी थी। आज के समय में, जब हर प्रमुख देश अंतरिक्ष की संभावनाएं तलाश रहा है, भारत कैसे पीछे रह सकता है? इसलिए हमने स्पेस सेक्टर में सुधार किए हैं और इसे प्राइवेट सेक्टर के लिए भी खोला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष, भारत ने अंतरिक्ष डॉकिंग की क्षमता हासिल की है, जो हमारे भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अब, देश गगनयान मिशन के माध्यम से अपने अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की तैयारी कर रहा है, जिसमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की विशेषज्ञता महत्वपूर्ण होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जो लक्ष्य हमने हासिल कर लिया, उसी में संतुष्ट रहना मेरे स्वभाव में नहीं है। रिफॉर्म को लेकर भी यही हमारी सोच है, हमें आगे बढ़ते रहना है। इसके अतिरिक्त, इस वर्ष के बजट में अंतरिक्ष स्टार्टअप्स को सहयोग देने के लिए 1,000 करोड़ रुपये का वेंचर कैपिटल फंड आवंटित किया गया है। 2014 में भारत में केवल एक अंतरिक्ष स्टार्टअप था, लेकिन आज यह संख्या बढ़कर 300 से अधिक हो गई है। वह दिन दूर नहीं जब भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसी क्रम में जीएसटी में भी बहुत बड़ा सुधार किया जा रहा है। इस दिवाली तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इससे जीएसटी और आसान बनेगा और कीमतें भी कम होंगी। उन्होंने कहा कि हम बेवजह के कानूनों को खत्म कर रहे हैं। नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया के 100 देशों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का निर्यात करने जा रहा है। 26 अगस्त को इस विषय पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पहले नीतियां आयात पर केंद्रित होती थीं, किंतु आज भारत तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। पिछले वर्ष हमने 4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के कृषि उत्पादों का निर्यात किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि देश की प्रगति का बहुत बड़ा आधार रिसर्च भी है। आयातित अनुसंधान से गुजारा हो सकता है, लेकिन जो हमारा संकल्प है, वह सिद्ध नहीं हो सकता। इसलिए रिसर्च क्षेत्र में हमें अर्जेंसी की आवश्यकता है। हमने रिसर्च को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार काम किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 'एक राष्ट्र, एक सदस्यता' ने छात्रों के लिए विश्वस्तरीय शोध पत्रिकाओं तक पहुंच को आसान बना दिया है। हमने 50 हजार करोड़ रुपये के बजट के साथ नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बनाया है। आज की मांग यह है कि उद्योग और निजी क्षेत्र आगे आएं। सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के मंत्र पर आधारित, आज भारत दुनिया को धीमी वृद्धि से बाहर निकालने की स्थिति में है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के मंत्र पर चल रहा भारत आज उस स्थिति में है कि वह दुनिया को धीमी ग्रोथ से बाहर निकाल सकता है। हम ठहरे हुए पानी में किनारे बैठकर कंकड़ मारने वाले लोग नहीं हैं, हम बहती तेज धारा को मोड़ने वाले लोग हैं।