क्या केजरीवाल का बयान कांग्रेस को परेशान कर रहा है? बिहार में ‘आप’ का क्या वजूद है?

सारांश
Key Takeaways
- केजरीवाल ने बिहार चुनाव में अकेले उतरने का निर्णय लिया है।
- कांग्रेस ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
- बिहार में आप का कोई वजूद नहीं है।
- चुनाव आयोग की प्रक्रिया में दिक्कतें आ रही हैं।
- वोटर वेरिफिकेशन में समय लग सकता है।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के बयान पर कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने तीखा जवाब दिया है। केजरीवाल ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। इस पर अखिलेश ने कहा कि बिहार में आप का कोई अस्तित्व नहीं है।
गुरुवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि केजरीवाल ऐसे बयान केवल मीडिया में बने रहने के लिए देते हैं। बिहार में उनकी पार्टी को कोई नहीं जानता। दिल्ली में 10 साल मुख्यमंत्री रहने के बावजूद बिहार के लोगों ने शायद ही उनका नाम सुना हो। लेकिन, उनकी पार्टी का बिहार में कोई मतलब नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इंडी अलायंस के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन नहीं करेगी और वे अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए था।
वहीं, चुनाव आयोग के साथ इंडी गठबंधन प्रतिनिधिमंडल की बैठक पर अखिलेश ने कहा कि आयोग के व्यवहार से वे असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि आठ करोड़ मतदाताओं का सत्यापन एक महीने में नहीं किया जा सकता। जो लोग दूसरे राज्यों में काम करने जाते हैं, उन्हें दौड़ाना उचित नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि 2003 में भी चुनाव आयोग ने वेरिफिकेशन किया था, तब एक साल लोकसभा चुनाव और दो साल विधानसभा चुनाव के लिए समय था। बिहार का अधिकतर क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित रहता है, ऐसे में एक महीने में चुनावी प्रक्रिया पूरी करना संभव नहीं है।