क्या लोग बिना डर के कश्मीर घूमने आ सकते हैं? शिवराज सिंह चौहान ने की अपील

सारांश
Key Takeaways
- कश्मीर में स्थानीय लोग पर्यटकों का गर्म स्वागत करते हैं।
- केंद्रीय मंत्री ने सुरक्षा को लेकर सकारात्मक संदेश दिया।
- कृषि विकास के लिए नई योजनाएं बनाई जा रही हैं।
- कश्मीर को हॉर्टिकल्चर का हब बनाने की योजना है।
- छात्रों को स्टार्टअप्स के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
श्रीनगर, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान वर्तमान में जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं। उन्होंने श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 6वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर, शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से अपील की कि वे बिना डर के कश्मीर आएं और कहा कि यहां के स्थानीय लोग पर्यटकों के लिए प्यार और गर्मजोशी से भरे हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मैं अपने नागरिकों से कहना चाहता हूं कि कश्मीर के लोग प्रेम और गर्मजोशी से आपका स्वागत करने को तैयार हैं। बिना किसी डर के यहां आएं और प्यार व भाईचारे की एक नई मिसाल कायम करें।" यह टिप्पणी पहलगाम हमले के बाद पर्यटकों की संख्या में आई गिरावट के संदर्भ में हुई।
उन्होंने कहा, "मैं 3 जुलाई से श्रीनगर में हूं और लगातार लोगों के बीच रहा हूं। यहां की मिट्टी की खुशबू, प्राकृतिक सुंदरता, और लोगों के प्यार ने मेरा दिल जीत लिया है। यह सच में भारत का रत्नमुकुट और धरती का स्वर्ग है। मैंने डल झील का भी दौरा किया और वहां शिकारा की सवारी की।"
एक भावुक पल साझा करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा, "एक शिकारा वाले ने मुझसे कहा, 'मामा, लोगों से कहिए कि यहां आएं। हमारे दिल प्रेम से भरे हुए हैं।'
शिवराज सिंह चौहान ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी मुलाकात की, जहां कृषि और ग्रामीण विकास योजनाओं पर चर्चा की गई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवराज ने कहा, "आय बढ़ाना या विकसित खेती का काम, ये खेत में जाए बिना और किसानों के बीच जाए बिना संभव नहीं है। राज्यवार किसानों की कई समस्याएं हैं, जिसमें रिसर्च की भी समस्या शामिल है। बागवानी (हॉर्टिकल्चर) की फसलों में अच्छे पौधे मिलें, इसके लिए सरकार ने तय किया है कि एक क्लीन प्लांट सेंटर जम्मू कश्मीर में स्थापित किया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि रोग-मुक्त और उच्च गुणवत्ता वाले पौधे उचित कीमत पर मिलें।"
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, "प्राइवेट नर्सरी खोलने वालों को सब्सिडी भी दी जाएगी।"
उन्होंने कहा, "यहां कोल्ड स्टोरेज की एक समस्या सामने आई है, जिसके समाधान पर हम काम कर रहे हैं।" इस दौरान मंत्री ने कहा, "मेरे मन में एक सवाल उठता है कि हमारे यहां विदेशों से फलों का आयात क्यों किया जाता है? मैं दिल से कहना चाहता हूं कि हम जम्मू कश्मीर को हॉर्टिकल्चर का हब बना सकते हैं।"
इससे पहले, विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "हम राज्य विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में पांचवें नंबर पर हैं और मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही नंबर एक पर पहुंच जाएंगे। विश्वविद्यालय में केवल जम्मू-कश्मीर के ही नहीं, बल्कि विभिन्न 30 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के छात्र भी हैं। इसके अलावा विदेश से भी छात्र यहां पढ़ाई के लिए आए हैं।"
केंद्रीय कृषि मंत्री ने छात्रों से कृषि क्षेत्र में नए स्टार्टअप शुरू करने और अलग-अलग आधुनिकतम प्रौद्योगिकियों के निर्माण के लिए नए प्रयासों की ओर आगे बढ़ने का आह्वान किया।