क्या पूनम पांडे का मंदोदरी की भूमिका में चयन सही है? : कृष्णा हेगड़े

सारांश
Key Takeaways
- पूनम पांडे का मंदोदरी के रोल में चयन विवाद का विषय बना।
- कृष्णा हेगड़े ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
- भक्तों की भावनाओं का ध्यान रखना जरूरी है।
- अमेरिका में वीजा शुल्क में वृद्धि पर भी विचार किया गया।
- कांग्रेस पार्टी के बयानों पर भी आपत्ति जताई गई।
मुंबई, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली लव कुश रामलीला में अभिनेत्री पूनम पांडे को मंदोदरी का रोल दिए जाने पर शिवसेना के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि रावण की पत्नी के रोल में पूनम पांडे का चयन बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि पूनम पांडे का रामलीला के मंच पर होना शोभा नहीं देता है। उनके जिस तरह के वीडियो सामने आए हैं, यह भक्तों को भी निराश करेगा, जो रामलीला देखने के लिए आते हैं।
हेगड़े ने आगे कहा कि मंदोदरी का किरदार सद्गुण, गरिमा और पतिव्रता की मिसाल है। इसलिए, किसी मजबूत और योग्य अभिनेत्री को चुनना चाहिए था। हालांकि, यह आयोजकों का निजी निर्णय है कि किसे चुनें। उन्होंने कहा कि फिर भी आयोजकों को यह ध्यान देना चाहिए कि भक्त इससे नाराज हो सकते हैं।
अमेरिका द्वारा एच-1बी वीजा शुल्क वृद्धि पर शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि पहले डोनाल्ड ट्रंप ने शुल्क 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया था और अब वह कह रहे हैं कि भारतीय इंजीनियरों को सालाना 88 लाख रुपये देने होंगे। अगर कोई भारतीय इंजीनियर इतना भुगतान करेगा, तो वह अमेरिका में कमाई कैसे करेगा या खर्च कैसे चलाएगा। उनके सामने परिवार को चलाने की चुनौती पैदा होगी। उन्होंने ट्रंप के इस कदम को गलत करार देते हुए कहा कि भारतीय इंजीनियरों को इससे नुकसान होगा, अब भारतीयों को नए मार्केट की तलाश करनी होगी।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के पाकिस्तान को 'घर जैसा' बताने वाले बयान पर पलटवार करते हुए शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा पाकिस्तान का पक्ष लेती है और उसी की भाषा बोलती है। यह हमने ऑपरेशन सिंदूर से पहले, दौरान और बाद में भी देखा है। कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान का पक्ष रख रही थी, भारत के विरोध में बोल रही थी, और सेना के खिलाफ बोल रही थी। हेगड़े ने आगे कहा कि ऐसे बयानों से देश की भावनाएं आहत होती हैं।
सैम पित्रोदा को इस तरह की भाषा बोलने के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपने बयानों से देश में आग लगाने और समाज में तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं, यही सच्चाई है।