क्या राष्ट्रीय प्रतीक के विरोधियों पर कार्रवाई होनी चाहिए? : सम्राट चौधरी

सारांश
Key Takeaways
- राजनीतिक बयानबाजी में बढ़ोतरी हुई है।
- राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान चिंताजनक है।
- महागठबंधन पर सवाल उठाए गए हैं।
- कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई गई है।
- राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करने की आवश्यकता है।
पटना, ८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हजरतबल दरगाह में राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ को तोड़े जाने के मामले में बिहार की राजनीति गरमा गई है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को राजद और कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में सम्राट अशोक को देश का स्वर्णिम काल देने वाला राजा बताया।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में राष्ट्र का प्रतीक अशोक चिन्ह को जिस प्रकार अपमानित किया गया और महागठबंधन के लोग इसे साधारण बता रहे हैं, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और चिंता का विषय है।
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि यह अशोक चिन्ह मगध के लिए गर्व का प्रतीक है। इस गौरवशाली इतिहास का मजाक बनाना उचित नहीं है। जो भी राष्ट्र के प्रतीक का विरोध करे, वह राष्ट्रद्रोही है, और क्या राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल के नेता इस पर कार्रवाई की मांग करेंगे?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद द्वारा दिए गए बयानों को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि राष्ट्र विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दौरे के दौरान एक व्यक्ति के पीठ पर सवार होने वाले वायरल वीडियो पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसी तरह 'गोद' में चलती है।
उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर व्यंग्य करते हुए कहा कि 55 साल का युवा अब बिहार की सड़कों पर घूम रहा है और फिर मलेशिया चला गया, जहां टूरिस्ट भरपूर हैं।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद-कांग्रेस के 'माई बहिन सम्मान योजना' के फॉर्म भरवाने को लेकर कहा कि गैर संवैधानिक कार्यों के लिए कानून अपना काम करेगा। चुनाव में घोषणा पत्र जारी होता है, जनवरी में कौन सा चुनाव हो रहा था?
उन्होंने कहा कि लालू यादव तो एक अभिनेत्री के गाल की तरह सड़क भी बना रहे थे, क्या बनी थी? ये लोग ऐसे ही बयान देते रहते हैं। राष्ट्रहित में भारत बचेगा, तब बिहार बचेगा; भारत का प्रतीक और अखंडता बचेगी, तब बिहार बचेगा। लालू यादव पंजीकृत अपराधी हैं। यदि कोई पुरस्कार मिल सकता है, तो वह केवल चोरी का पुरस्कार ही हो सकता है।