क्या तेजस्वी को प्रभावी ढंग से बोलने के लिए अपने पिता से सीखने की आवश्यकता है? : राजीव प्रताप रूडी

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव को अपने पिता से सीखने की आवश्यकता है।
- राजनीतिक संवाद में प्रभाविता महत्वपूर्ण है।
- मतदाता पुनरीक्षण में बाहरी मतदाताओं की समस्या।
- सरकार के कामकाज की जानकारी जनता को देनी चाहिए।
- एएआईबी की रिपोर्ट पर अंतिम निर्णय अभी बाकी है।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव के 'सूत्र' पर दिए गए बयान ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इस पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने तेजस्वी यादव को सलाह दी है कि उन्हें प्रभावी ढंग से संवाद करने के लिए अपने पिता लालू यादव से सीखना चाहिए।
राजीव प्रताप रूडी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जब लालू यादव बोलते थे, तो उनकी बातों में एक अलग魅力 और हास्य होता था। तेजस्वी को यह सीखना आवश्यक है कि कैसे प्रभावशाली ढंग से बोला जाए। पत्रकारों के प्रति इस तरह की टिप्पणियाँ उचित नहीं हैं। सूत्र तो होते ही हैं, हर चीज का खुलासा नहीं किया जाता है।
रूडी ने बिहार में हो रहे मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) पर भी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने अपने वोट आधार को बढ़ाने के लिए बाहरी मतदाताओं को शामिल किया है। चुनाव आयोग इसकी पहचान करेगा।
वहीं, तेजस्वी ने दावा किया है कि हमने 6 माह में 20 लाख से अधिक नौकरियाँ दी हैं। इस पर रूडी ने कहा कि जनता को यह बताना चाहिए कि सरकार ने क्या कार्य किया है। 25 साल पहले लगभग 4 करोड़ लोग भय के कारण राज्य छोड़कर अन्य राज्यों में चले गए थे।
अहमदाबाद में विमान दुर्घटना पर एएआईबी की रिपोर्ट पर रूडी ने कहा कि रिपोर्ट में सभी तथ्य प्रस्तुत किए गए हैं, जिसमें घटनाक्रम और समयरेखा शामिल है। यह अभी विश्लेषण का विषय है कि क्यों और कैसे यह हुआ। विभिन्न टिप्पणियाँ आ रही हैं। एएआईबी की रिपोर्ट के आधार पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सकता है।