क्या यूपी सरकार हिंसा को सहन करेगी? जगदंबिका पाल का बयान

सारांश
Key Takeaways
- यूपी सरकार ने हिंसा के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का आश्वासन दिया है।
- बरेली में प्रदर्शन के दौरान हुई पत्थरबाजी ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाई।
- महिला उद्यमी योजना के तहत, महिलाओं को आर्थिक मदद दी जा रही है।
- अवसरवादी राजनीति पर जगदंबिका पाल ने सवाल उठाए हैं।
- सामाजिक समरसता को कायम रखने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने शनिवार को कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार कानून-व्यवस्था के मामले में सख्त रुख अपनाएगी।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में जगदंबिका पाल ने कहा कि जो लोग जानबूझकर अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, खासकर नवरात्रि और अन्य त्योहारों जैसे इस पवित्र समय में, उन्हें यह जान लेना चाहिए कि योगी सरकार ऐसे कामों के लिए बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। धर्म के नाम पर दंगा भड़काने की कोशिशें बिल्कुल भी सहन नहीं की जाएंगी।
बरेली में शुक्रवार को नमाज के बाद एक प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसमें पत्थरबाजी और पुलिस के साथ झड़प की खबरें आईं। प्रदर्शन पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणियों के कारण शुरू हुआ। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने 'आई लव मुहम्मद' लिखे पोस्टर लहराए। दशहरा और नवरात्रि जैसे बड़े त्योहारों से पहले इस हिंसा ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
वहीं, बिहार की मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना को लेकर सवाल किए जाने पर भाजपा सांसद ने कहा कि इस योजना के तहत, पीएम मोदी ने राज्य की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10 हजार रुपए ट्रांसफर किए, ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और उद्यमिता को बढ़ावा मिले।
उन्होंने कहा कि हमारे दृष्टिकोण में कोई अस्पष्टता नहीं है। विपक्षी पार्टियां आपस में लड़ती रहती हैं। तेजस्वी कांग्रेस से लड़ते हैं और ओवैसी तेजस्वी से। ये सभी तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं, जबकि हम शासन और विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
उन्होंने बिहार चुनाव से पहले विपक्ष में नेतृत्व की स्पष्टता की कमी के लिए उसकी और आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष अभी भी यह तय नहीं कर पाया है कि उनका मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, जबकि हम जमीनी स्तर पर महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं।