क्या ‘वंदे मातरम’ न बोलने वाले लोग सच्चे भारतीय हैं? सतर्क रहने की आवश्यकता: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा
सारांश
Key Takeaways
- सतर्कता की आवश्यकता है
- ‘वंदे मातरम’ न बोलने वालों पर ध्यान देना चाहिए
- दिल्ली विस्फोट ने सुरक्षा की चेतावनी दी
- शिक्षा के बावजूद उग्रवाद की संभावना
- असम पुलिस की सख्त कार्रवाई
गुवाहाटी, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जो लोग ‘वंदे मातरम’ कहने से बचते हैं, वे सच्चे भारतीय नहीं हो सकते। ऐसे लोगों के प्रति हमें सतर्क रहना चाहिए। इस बीच, दिल्ली विस्फोट मामले में असम पुलिस ने ऑनलाइन आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोप में पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ‘वंदे मातरम’ न कहने वाले लोग भारत माता के भाव को समझने में असमर्थ हैं। ऐसे व्यक्तियों से हमेशा सतर्क रहना आवश्यक है, क्योंकि जब ये शिक्षित होते हैं, तो ये और भी खतरनाक साजिशें रच सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हमें हमेशा यह सिखाया गया था कि शिक्षित लोग उग्रवाद की ओर नहीं बढ़ते, लेकिन अब यह धारणा गलत साबित हो रही है। शिक्षा कभी-कभी व्यक्तियों को और भी खतरनाक बना देती है। हमने देखा है कि डॉक्टर जैसे पेशेवर भी ऐसी गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि दिल्ली विस्फोट मामले में गिरफ्तार डॉक्टर पहले भी कई घटनाओं में शामिल रहा है। उसने स्वीकार किया है कि कॉलेज के दिनों में वह हिंदू लड़कियों को फुसलाकर मुस्लिम लड़कों से निकाह करवाने और धर्म परिवर्तन कराने की साजिशों में लिप्त था।
सरमा ने कहा कि जम्मू में हुए पहलगाम हमले और अब दिल्ली विस्फोट—इन दोनों घटनाओं ने हमें सतर्कता का पाठ पढ़ाया है। देश को इन खतरों का सामना करने के लिए लगातार सजग रहना होगा।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, 'हाल ही में दिल्ली में हुए विस्फोट के सिलसिले में असम पुलिस ने ऑनलाइन आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोप में मतिउर रहमान (दरांग), हसन अली मंडल (गोलपाड़ा), अब्दुल लतीफ (चिरांग), वजहुल कमाल (कामरूप), और नूर अमीन अहमद (बोंगाईगांव) को गिरफ्तार किया है।
असम पुलिस सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके नफरत फैलाने या आतंकवाद का महिमामंडन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी।