क्या विपक्ष भ्रम फैला रहा है? राम कदम ने राहुल गांधी को जनता से सबक सिखाने की चेतावनी दी

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी पर 'वोट चोरी' का आरोप है।
- राम कदम का कहना है कि सबूत नहीं देने पर जनता सजा देगी।
- विपक्ष पर साजिश का आरोप लगाया गया है।
- सोशल मीडिया का प्रभाव बढ़ता जा रहा है।
- सरकार के कामकाज की सराहना की गई है।
मुंबई, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख नेता राम कदम ने चुनाव आयोग द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को 'वोट चोरी' के आरोपों के लिए ठोस सबूत प्रस्तुत करने या फिर देश से माफी मांगने की सलाह का समर्थन किया है। राम कदम ने कहा कि यदि राहुल गांधी सबूत नहीं पेश करते हैं, तो जनता इसे हल्के में नहीं लेगी और उन्हें साबक सिखाएगी।
सोमवार को राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी को चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देते हुए अपने आरोपों के लिए ठोस सबूत प्रस्तुत करने चाहिए। लेकिन, राहुल गांधी पुख्ता सबूत देने के बजाय मीडिया के सामने बयानबाजी करते हैं; जब आयोग सबूत मांगता है, तो वे कुछ नहीं देते।
हरियाणा चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी को दिए गए नोटिस पर भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस के प्रमुख नेता के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए चुनाव आयोग के समक्ष ठोस सबूत पेश करने चाहिए। लेकिन, वे सबूत नहीं देते हैं। मीडिया के सामने बस बड़े दावे करते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी और पूरा विपक्ष साजिश के तहत 140 करोड़ लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रहे हैं। मामला पूरी तरह से स्पष्ट और पारदर्शी है, या तो सबूत दें या मान लें कि उन्होंने झूठ बोला है।
उन्होंने कहा कि यदि राहुल गांधी सबूत नहीं देते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि उन्होंने झूठ बोला है। यह सोशल मीडिया का युग है, और उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि देश की जनता उन्हें हल्के में लेगी। यदि उन्होंने झूठ बोला है, तो जनता उन्हें साबक भी सिखाएगी।
राम कदम ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया, जिसे पाकिस्तान ने भी स्वीकार किया है। लेकिन, राहुल गांधी और विपक्ष पाकिस्तानी आतंकियों को खुश करने वाले बयान देते हैं, जिससे उनका चरित्र देश के सामने उजागर हुआ है।
भाजपा नेता ने विपक्ष से सेना से हाथ जोड़कर माफी मांगने को कहा।
शिवसेना (यूबीटी) द्वारा मोर्चा निकालने पर भाजपा नेता ने कहा कि उद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री थे, तो वह अपने आलीशान बंगले से बाहर नहीं निकले और न ही विभागों में गए, लेकिन अब सड़कों पर आंदोलन का नाटक कर रहे हैं।
कदम ने दावा किया कि यूबीटी टूटकर बिखर चुका है और यह आंदोलन महज नौटंकी है।
उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार के मजबूत कामकाज की सराहना की। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में खिचड़ी और दवाइयों के पैसे खाए गए, तथा पालघर, सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान के मामलों को दबाने की कोशिश की गई। जो लोग गरीबों की खिचड़ी के पैसे खाते हैं, वे अब कोड़ा मारने की बातें कर रहे हैं।
कदम ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस के जरिए 100 करोड़ की वसूली करने वालों पर कोड़ा मारना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी और शरद पवार पर 140 करोड़ लोगों को मूर्ख बनाने का आरोप लगाया, यह कहते हुए कि वे झूठे दावे कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने विपक्ष से मांग की कि यदि उनके पास पुख्ता सबूत हैं, तो वे चुनाव आयोग को दें, अन्यथा भ्रम फैलाना बंद करें।