क्या स्ट्रेस के चलते रात में गहरी नींद नहीं आती? 'योग निद्रा' है सबसे आसान और असरदार समाधान
सारांश
Key Takeaways
- योग निद्रा तनाव और चिंता को कम करती है।
- यह मानसिक और शारीरिक विश्राम प्रदान करती है।
- सिर्फ 20-30 मिनट का अभ्यास पर्याप्त है।
- इसे किसी भी शांत स्थान पर किया जा सकता है।
- स्वास्थ्य समस्याओं वाले व्यक्तियों को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आज की तेज-रफ्तार जिंदगी में ऑफिस और घर की जिम्मेदारियों का बोझ इंसान को शारीरिक और मानसिक रूप से थका देता है। ऐसे में रात को गहरी नींद लेना काफी मुश्किल हो जाता है। इन समस्याओं का एक सरल समाधान है 'योग निद्रा'।
यह एक आसान अभ्यास है, जिसे नियमित रूप से करने से तनाव, चिंता, अनिद्रा, डिप्रेशन और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं में अद्भुत राहत मिलती है। इस अभ्यास के दौरान पूरा शरीर नींद जैसी स्थिति में होता है, लेकिन मन जागृत रहता है। इसमें व्यक्ति लेटकर आंखें बंद करता है और निर्देशों का पालन करता है।
इसके नियमित 20-30 मिनट के अभ्यास से गहरी नींद आती है। इस प्रक्रिया में शरीर के हर अंग पर ध्यान केंद्रित किया जाता है और निर्देशों का पालन कर तनाव की आरामदायक अवस्था में पहुँचते हैं, जबकि मन जागृत रहता है। यह अभ्यास तनाव कम करने, नींद की गुणवत्ता सुधारने और आंतरिक शांति प्राप्त करने में सहायक होता है।
इसे करने के लिए एक शांत और आरामदायक स्थान पर योगा मैट पर शवासन में लेट जाएं। आवश्यकतानुसार, आपके सिर के नीचे एक पतला तकिया या घुटनों के नीचे रोल किया हुआ कंबल रखा जा सकता है। आंखें बंद करके गहरी सांस लें और छोड़ें। इस प्रक्रिया को अपनी क्षमता के अनुसार कुछ समय तक करें।
आयुष मंत्रालय के अनुसार, योग निद्रा एक शक्तिशाली ध्यान तकनीक है, जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विश्राम को प्रेरित करती है। यह हमारी इंद्रियों पर नियंत्रण रखती है, जिससे तनाव और चिंता में कमी आती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
इसके नियमित अभ्यास से मन शांत हो सकता है और इसे कोई भी कर सकता है, लेकिन जिन्हें उठने-बैठने में तकलीफ होती है, वे इसे करने से परहेज करें या डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।