क्या लद्दाख हिंसा में कांग्रेस नेता शामिल थे? अमित मालवीय का बड़ा दावा

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क्या लद्दाख हिंसा में कांग्रेस नेता शामिल थे? अमित मालवीय का बड़ा दावा

सारांश

लद्दाख में हालिया हिंसा के संबंध में अमित मालवीय के आरोपों ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। क्या वास्तव में कांग्रेस का कोई नेता इस हिंसा में शामिल था? जानिए इस मामले की पूरी सच्चाई और प्रतिक्रियाएं।

Key Takeaways

  • लद्दाख में हिंसा की घटनाएं चिंता का विषय हैं।
  • कांग्रेस नेता के शामिल होने का आरोप।
  • हिंसा का समाधान संवाद है, न कि दंगे।

लेह, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लद्दाख में हुई हिंसा में कांग्रेस पार्टी का एक स्थानीय नेता सक्रिय रूप से शामिल था।

मालवीय ने बुधवार को 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "लद्दाख में दंगा कर रहा यह व्यक्ति फुंतसोग स्टैनजिन त्सेपग है, जो कांग्रेस पार्टी के ऊपरी लेह वार्ड से पार्षद हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो में यह कांग्रेस नेता साफ तौर पर भीड़ को उकसाते हुए और हिंसा में भाग लेते हुए नजर आ रहा है, जिसने भाजपा कार्यालय और हिल काउंसिल को निशाना बनाया।

मालवीय ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में सवाल उठाते हुए लिखा, "क्या यही वह अशांति है जिसकी कल्पना राहुल गांधी कर रहे हैं?" फिलहाल इस वीडियो की सत्यता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की गई है। इस बीच, कांग्रेस की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। घटना से जुड़े वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने 'एक्स' पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, "लेह और लद्दाख में हिंसा बेहद चिंताजनक है। लेकिन इसके लिए जिम्मेदार कौन है? जम्मू दशकों से राज्य का दर्जा मांग रहा है, फिर भी उसने कभी हिंसा का सहारा नहीं लिया। अपने लद्दाख के भाइयों और बहनों से मेरी हार्दिक अपील है कि हिंसा कोई समाधान नहीं है।"

वीडियो संदेश में एसपी वैद ने कहा कि लेह में भाजपा के कार्यालय को जला दिया गया है। उन्होंने कहा कि हिंसा किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं है। उन्होंने जम्मू का उदाहरण देते हुए कहा कि जम्मू दशकों से राज्य का दर्जा मांग रहा है, फिर भी यहां इस तरह की हिंसा नहीं हुई।

'एक्स' पर जारी वीडियो संदेश में एसपी वैद ने कहा कि भारत सरकार से मिलकर बातचीत के जरिए इसका हल निकालना चाहिए।

Point of View

बल्कि यह पूरे देश की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकती है। हम सभी को यह समझने की जरूरत है कि हिंसा का कोई समाधान नहीं होता और संवाद ही सबसे बेहतर तरीका है।
NationPress
24/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या वीडियो की सत्यता की पुष्टि हुई है?
फिलहाल इस वीडियो की सत्यता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की गई है।
कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया क्या है?
इस मामले पर कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
भाजपा के कार्यालय पर हमला क्यों हुआ?
वीडियो में दर्शाया गया है कि कांग्रेस नेता भीड़ को उकसा रहे थे, जिससे हिंसा भड़की।