क्या लद्दाख हिंसा पर शमा मोहम्मद का आरोप सही है?

सारांश
Key Takeaways
- लद्दाख में राजनीतिक स्थिति बेहद नाजुक है।
- भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है।
- स्थानीय लोगों की मांगों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
- हिंसा का मुख्य कारण संवाद की कमी है।
- शाहरुख खान के पुरस्कार को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया।
नई दिल्ली, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लद्दाख में बुधवार को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन और भाजपा कार्यालय में आगजनी के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने इस घटना का दोष भाजपा पर लगाया है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "जब भी कोई समस्या आती है और भाजपा के पास कोई उत्तर नहीं होता, तब वे कांग्रेस को दोषी ठहराते हैं। यह आरोप लगाना गलत है। हिंसा में आपके लोग भी शामिल हैं। आपको जाकर पता करना चाहिए।"
उन्होंने बताया कि लद्दाख के लोग राज्य का दर्जा चाहते हैं। पहले उनके पास राज्य था, अब वे उसे वापस चाहते हैं और विशेष दर्जा भी मांग रहे हैं। यह मांग पहले से चली आ रही है, लेकिन भाजपा ने इस पर ध्यान नहीं दिया। भाजपा वालों ने वहां के लोगों से बातचीत नहीं की और अब कह रहे हैं कि यह अंतर्राष्ट्रीय साजिश है।
हाथरस हत्याकांड को लद्दाख से जोड़ते हुए शमा मोहम्मद ने कहा कि उस समय भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश बताया था, लेकिन उसके बाद सीबीआई की जांच में पता चला कि यह अंतर्राष्ट्रीय साजिश नहीं है। स्थानीय लोगों ने लड़की की हत्या की थी।
मणिपुर हिंसा पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मणिपुर में लगातार हिंसा हो रही है। तीन दिन पहले ही मणिपुर के लोगों ने असम राइफल्स के लोगों को मारा था।
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को फिल्म 'जवान' के लिए मिले राष्ट्रीय पुरस्कार पर उन्होंने कहा कि मेरी शुभकामनाएं हैं। शाहरुख खान अच्छे अभिनेता हैं, यह खुशी की बात है कि उन्हें यह पुरस्कार मिला है। केरल के एक बहुत बड़े अभिनेता, मेरे हिसाब से देश के या दुनिया के बेस्ट अभिनेता मोहनलाल को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिला, मैं उन्हें भी बधाई देती हूं।