क्या लोकायुक्त पुलिस ने कृषि विभाग के सहायक निदेशक के ठिकानों पर छापा मारा?

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क्या लोकायुक्त पुलिस ने कृषि विभाग के सहायक निदेशक के ठिकानों पर छापा मारा?

सारांश

बीदर में लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार सुबह कृषि विभाग के सहायक निदेशक धूलप्पा होसले के चार ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों पर की गई। जानिए इस छापेमारी के पीछे की कहानी और इसके प्रभाव।

Key Takeaways

  • लोकायुक्त पुलिस ने बीदर में चार ठिकानों पर छापेमारी की।
  • धूलप्पा होसले के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप हैं।
  • छापेमारी सुबह के समय की गई ताकि सबूत नष्ट न हो सकें।
  • भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाया गया है।
  • जांच जारी है और और खुलासे हो सकते हैं।

बीदर, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार सुबह एक सरकारी अधिकारी के ठिकानों पर छापेमारी की। कृषि विभाग के सहायक निदेशक धूलप्पा होसले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त अधिकारियों ने उनके चार ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों के आधार पर की गई। छापेमारी पुलिस अधीक्षक सिद्धाराजू के मार्गदर्शन और पुलिस उपाधीक्षक हनुमंतराय के नेतृत्व में हुई।

धूलप्पा होसले, जो औरद में कृषि विभाग में सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत हैं, उनके तीन घरों और एक कार्यालय पर छापे मारे गए। इन ठिकानों में शामिल हैं: भालकी तालुका के करादयाल में उनका आवास, कमलनगर तालुका के मुधोल में उनका दूसरा घर, औरद में कृषि विभाग का कार्यालय और बीदर शहर की गुरु नानक कॉलोनी में उनका तीसरा आवास। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने इन जगहों पर गहन जांच की और संदिग्ध दस्तावेजों व संपत्ति की जानकारी जुटाई।

लोकायुक्त पुलिस का दावा है कि धूलप्पा होसले के पास उनकी आय से अधिक संपत्ति पाई गई है, जिसकी जांच अब आगे बढ़ाई जाएगी। इस कार्रवाई से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संदेश गया है। छापेमारी सुबह के समय शुरू हुई ताकि कोई सबूत नष्ट न हो सके। पुलिस ने बताया कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि जांच अभी जारी है।

धूलप्पा होसले के खिलाफ यह कार्रवाई उनके लंबे समय से चली आ रही शिकायतों के बाद हुई, जिसमें उनके संपत्ति संग्रह पर सवाल उठाए गए थे। लोकायुक्त पुलिस ने कहा कि वे इस मामले में सभी पहलुओं की जांच करेंगे और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।

बता दें कि लोगों के बीच में इस कार्रवाई की चर्चा है और कई लोग इसे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की दिशा में सकारात्मक कदम बता रहे हैं।

Point of View

वह निश्चित रूप से समाज में बेहतर बदलाव का कारण बन सकता है। यह कार्रवाई न केवल धूलप्पा होसले के खिलाफ है, बल्कि यह उन सभी अधिकारियों के लिए चेतावनी है जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
NationPress
14/10/2025

Frequently Asked Questions

लोकायुक्त पुलिस ने क्यों छापेमारी की?
लोकायुक्त पुलिस ने कृषि विभाग के सहायक निदेशक धूलप्पा होसले के ठिकानों पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों के आधार पर छापेमारी की।
छापेमारी में क्या मिला?
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने संदिग्ध दस्तावेजों और संपत्ति की जानकारी जुटाई है।
इस कार्रवाई का प्रभाव क्या होगा?
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का संदेश देती है। यह अन्य अधिकारियों के लिए भी चेतावनी है।