क्या गूगल का 15 बिलियन डॉलर का निवेश भारत में एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देगा? : अश्विनी वैष्णव

सारांश
Key Takeaways
- गूगल का 15 बिलियन डॉलर का निवेश
- विशाखापत्तनम में एआई हब की स्थापना
- भारत का डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा
- युवाओं और स्टार्टअप्स को नए अवसर मिलेंगे
- पीएम मोदी और चंद्रबाबू नायडू का योगदान
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को बताया कि टेक कंपनी गूगल ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एआई हब स्थापित करने के लिए 15 बिलियन डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता की है।
आगामी इंडिया एआई इंपैक्ट समिट 2026 के आधिकारिक प्री-समिट इवेंट 'भारत एआई शक्ति' के बाद मीडिया से बात करते हुए मंत्री वैष्णव ने कहा, "भारत ने आईटी क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। एआई के इस दौर में इसे बनाए रखने के लिए जरूरी है कि एआई का इंफ्रास्ट्रक्चर भारत में आए।"
उन्होंने कहा, "इसलिए एआई मिशन के तहत एक सामान्य कंप्यूट फैसिलिटी लाने का निर्णय लिया गया है और गूगल का यह 15 बिलियन डॉलर का निवेश इसी एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रोत्साहित करेगा। इससे एक बड़ी कंप्यूट फैसिलिटी बनेगी, जो हमारे स्टार्टअप्स, रिसर्च और युवाओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी।"
केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू का धन्यवाद करते हुए कहा, "पीएम मोदी के दृष्टिकोण ने भारत में बड़ी कंपनियों को इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए प्रेरित किया है।"
एआई के प्रभाव पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारी जिंदगी के हर पहलू पर असर डाल रहा है।
हम इस प्रभाव को कैसे लाभदायक बना सकते हैं और आईटी पेशेवरों और युवाओं को एआई-रेडी कैसे बना सकते हैं, इस पर ध्यान दिया जाएगा।
इस बीच, निर्मला सीतारमण ने कार्यक्रम के बारे में लिखते हुए कहा कि पीएम मोदी की दूरदर्शी नीतियों ने भारत को डिजिटल क्षेत्र में अग्रणी स्थान दिलाया है।
उन्होंने उल्लेख किया कि भारत में गूगल के एआई सिटी में 1 गीगावाट हाइपरस्केल डेटा सेंटर का शुभारंभ किया गया है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस परियोजना को भारत की डिजिटल परिवर्तन यात्रा का नया अध्याय बताया।
गूगल क्लाउड के सीईओ ने इसे भारत के डिजिटल भविष्य में ऐतिहासिक निवेश कहा।