क्या दिल्ली में ‘गवर्नमेंट ऑन व्हील्स’ पहल से समस्याओं का हल निकलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- गवर्नमेंट ऑन व्हील्स पहल के अंतर्गत स्थानीय समस्याओं का निरीक्षण किया गया।
- मंत्री प्रवेश वर्मा ने 75 किलोमीटर का सफर तय किया।
- स्थानीय निवासियों की शिकायतें सुनी गईं।
- जलभराव और सड़कों की स्थिति की सुधार का आश्वासन दिया गया।
- एक नई हेल्पलाइन लॉन्च की जाएगी।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मंत्री प्रवेश वर्मा ने एक अभिनव पहल, ‘गवर्नमेंट ऑन व्हील्स’, की शुरुआत की है। इस पहल के अंतर्गत वे स्वयं वैन में सवार होकर शहर की वास्तविकता का अवलोकन कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने नजफगढ़, कराला और कंझावाला क्षेत्रों का दौरा किया, जहां उन्होंने सड़कों, नालों और पार्कों की स्थिति का विस्तृत निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय निवासियों की समस्याओं को सुना और तत्काल सुधार का आश्वासन दिया।
इस पहल के अंतर्गत मंत्री वर्मा ने कुल 75 किलोमीटर की यात्रा की। उनके साथ दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी), नगर निगम (एमसीडी) और पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने रास्ते में सड़कों की खस्ता हालत, नालों के अवरुद्ध प्रवाह और पार्कों की बुरी स्थिति का निरीक्षण किया। वे कई ‘चोक पॉइंट्स’ पर रुके, जहां ट्रैफिक जाम, जलभराव या टूटी सड़कें आम समस्याएं बनी हुई हैं।
नजफगढ़ ड्रेन के पास पहुंचकर उन्होंने सफाई अभियान की प्रगति की जांच की और अधिकारियों को निर्देशित किया कि मानसून से पहले सभी नालों का डिसिल्टिंग कार्य पूरा किया जाए। कराला और कंझावाला में उन्होंने पार्कों के रखरखाव पर सवाल उठाए और कहा कि बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये स्थान सुरक्षित और आकर्षक होने चाहिए।
मंत्री वर्मा ने निरीक्षण के दौरान राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "पिछली सरकारों ने विकास कार्यों में बाधा डाली, जिससे दिल्लीवासी परेशान हैं। हमारी सरकार अब समस्याओं का समाधान करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करेगी। सड़कें, नाले और पार्क जल्द ही बेहतर बनेंगे।"
उन्होंने स्थानीय निवासियों से बातचीत की, जिन्होंने बारिश के दौरान जलभराव और सड़कों की खस्ता हालत पर अपनी शिकायतें कीं। एक निवासी ने बताया, "नजफगढ़ में नाले चोक होने के कारण हर बरसात में घरों में पानी भर जाता है। मंत्री जी का आना अच्छा लगा।" वर्मा ने भरोसा दिलाया कि अगले दो महीनों में सभी कार्य शुरू होंगे और एक नई हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च किया जाएगा, जहां लोग सीधे अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे।