क्या किसी के इरादे और इशारे पर लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनने देंगे? : मनोज झा

सारांश
Key Takeaways
- मताधिकार एक मौलिक लोकतांत्रिक अधिकार है।
- सभी वोट सुरक्षित हैं।
- जीएसटी में सुधार की आवश्यकता है।
- संघ की तारीफ पर सवाल उठाए गए हैं।
- इतिहास को सही संदर्भ में समझना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) प्रक्रिया को लेकर विपक्ष ने लगातार सवाल उठाए हैं और इसे लोकतंत्र के लिए खतरा करार दिया है। इस संदर्भ में, रविवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव मिलकर सासाराम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस यात्रा के बारे में राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि किसी के इरादे या इशारे पर हम लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार नहीं छीनने देंगे।
राष्ट्र प्रेस से चर्चा में उन्होंने कहा कि हमारी स्थिति स्पष्ट है। हर वोट सुरक्षित है। मताधिकार एक मौलिक लोकतांत्रिक अधिकार है और इसका किसी भी प्रकार का उल्लंघन सहन नहीं किया जाएगा।
मनोज झा ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जीएसटी सुधारों को दीपावली का तोहफा बताने पर कहा कि विपक्ष की बातें सच साबित हो गई हैं। पीएम मोदी ने इसे स्वीकार किया है। विपक्ष का कहना है कि जीएसटी में संरचनात्मक दोष है, जो कि सही है। यदि सरकार को जीएसटी में राहत देनी है, तो दीपावली तक का इंतजार नहीं करना चाहिए, इसे तुरंत लागू किया जाना चाहिए।
संघ की प्रशंसा किए जाने पर उन्होंने कहा कि आजादी की वर्षगांठ पर पीएम मोदी को संघ की तारीफ करने से बचना चाहिए था। उन्होंने पूछा कि जब हमारे दीवाने आजादी के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब संघ के लोग क्या कर रहे थे। यदि पीएम मोदी को इस बात का सही एहसास होता, तो शायद वह इन चीजों से खुद को बचा लेते।
एनसीईआरटी द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर विशेष मॉड्यूल जारी करने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास को संदर्भ के साथ समझा जाना चाहिए और इसे किसी के विचारों से नहीं बदला जा सकता। मॉड्यूल पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह गांधी को दोषी ठहराने की कोशिश कर रहा है, जो उचित नहीं है।
मनोज झा के अनुसार, इस तरह के प्रयासों से इतिहास नहीं बदलेगा, बल्कि यह नई पीढ़ी को गलत दिशा में ले जाएगा और नफरत फैलाने का काम करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की नफरत की फसल अब नहीं चलेगी।