क्या मां कालरात्रि की कृपा से जीवन में आत्मबल का संचार होगा? : पीएम मोदी

सारांश
Key Takeaways
- मां कालरात्रि का स्वरूप भय और अंधकार का नाश करता है।
- इनकी पूजा से साहस और शक्ति मिलती है।
- भक्त विशेष रूप से रात में पूजा करते हैं।
- मां को गुड़, शहद या मिठाई का भोग अर्पित किया जाता है।
- प्रधानमंत्री मोदी नवरात्रि के दौरान उपासना का महत्व बताते हैं।
नई दिल्ली, २८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की विशेष उपासना का उल्लेख करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होंने मां से सभी के जीवन में आत्मबल के संचार की प्रार्थना की।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर एक भक्ति गीत 'मूकांबिका देवी जगदंबिके' का वीडियो भी साझा किया, जिसे गायक केजे. येसुदास और गायिका केएस. चिथरा ने अपनी मधुर आवाज में गाया है।
वीडियो साझा करते हुए उन्होंने लिखा, "देवी मां के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम। उनसे प्रार्थना है कि वे सभी को अदम्य साहस और उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद दें। उनकी कृपा से सबके जीवन में आत्मबल का संचार हो।"
प्रधानमंत्री मोदी नवरात्रि के पहले दिन से ही रोजाना माता के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का उल्लेख कर रहे हैं।
नवरात्रि के छठे दिन उन्होंने 'एक्स' पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, "नवरात्रि में देवी मां को शीश झुकाकर नमन! उनकी कृपा से हर किसी के जीवन में आत्मविश्वास का संचार हो। माता का आशीर्वाद सभी भक्तों को प्राप्त हो, यही कामना है।"
नवरात्रि का सातवां दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप को समर्पित है। मां कालरात्रि को भय और अंधकार का नाश करने वाली देवी माना जाता है। इनकी पूजा से भक्तों को भय, नकारात्मक शक्तियों और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। मां कालरात्रि का स्वरूप उग्र होने के बावजूद भक्तों के लिए कल्याणकारी है।
इनकी पूजा से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और साहस व शक्ति प्राप्त होती है। इस दिन भक्त विशेष रूप से रात में पूजा-अर्चना करते हैं और मां को गुड़, शहद या मिठाई का भोग अर्पित करते हैं।