क्या मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ सिरप पर सीएम मोहन यादव ने लगाया बैन?

सारांश
Key Takeaways
- कोल्ड्रिफ सिरप पर बैन लगाया गया है।
- बच्चों की मृत्यु के कारण राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं।
- सिरप बनाने वाली कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी बैन लगाया जा रहा है।
- जांच रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की गई है।
- स्थानीय और राज्य स्तर पर जांच जारी है।
छिंदवाड़ा, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ सिरप के सेवन से कई बच्चों की मृत्यु के बाद राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए इस सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही सिरप बनाने वाली कंपनी के अन्य सभी उत्पादों की बिक्री पर भी बैन लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 'एक्स' पर इस संबंध में जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि सिरप बनाने वाली फैक्ट्री तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने तुरंत तमिलनाडु सरकार को जांच के लिए सूचित किया। शनिवार की सुबह प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित कंपनी और उसके उत्पादों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।
सीएम यादव ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, "छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्य प्रदेश में बैन कर दिया गया है। सिरप बनाने वाली कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है।"
उन्होंने आगे लिखा, "सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, और घटना की जानकारी मिलने के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार से जांच के लिए कहा था। जांच रिपोर्ट मिल गई है और उसके आधार पर कड़ा एक्शन लिया गया है। बच्चों की दुखद मृत्यु के बाद स्थानीय स्तर पर कार्रवाई चल रही थी। राज्य स्तर पर भी इस मामले में जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।"
प्रशासन भी मामले की गंभीरता को समझते हुए पूरी तत्परता से जांच और कार्रवाई में जुटा हुआ है। स्थानीय स्तर पर भी इस मामले में जांच-पड़ताल की जा रही है।
इससे पहले 1 अक्टूबर को जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. मनीष शर्मा ने कहा था कि अभी तक इन दवाओं की सप्लाई सरकारी अस्पतालों में नहीं होती थी, लेकिन एहतियातन प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स पर भी कोल्ड्रिफ और नेक्सट्रॉस-डीएस की बिक्री रोक दी गई है।
डॉ. शर्मा ने बताया था कि फिलहाल यह साफ नहीं है कि भोपाल में इन सिरप्स की पहले से बिक्री हो रही थी या नहीं। उन्होंने कहा था, "कंपनी के उत्पाद की बिक्री पर रोक लगाई गई है। पहले यह दवा यहां कितनी मात्रा में बिकी, इसकी भी जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।"
इस बीच अब जांच रिपोर्ट आ गई है और इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्य प्रदेश में बैन कर दिया गया है।