क्या मध्य प्रदेश कांग्रेस में अंतर्कलह है? भाजपा का तंज, 'पार्टी का संगठन सृजन अब विसर्जन की ओर...'
सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश कांग्रेस में अंतर्कलह बढ़ रही है।
- भाजपा ने इस पर कटाक्ष किया है।
- मुकेश नायक का इस्तीफा और इसके पीछे का विवाद महत्वपूर्ण है।
- कांग्रेस में समन्वय की कमी स्पष्ट है।
- भाजपा ने कांग्रेस के भीतर चल रहे संघर्ष का लाभ उठाने का प्रयास किया है।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह की चर्चा कर रही है। भाजपा ने पार्टी के अंदर गुटबाजी और नेताओं के दो खेमों में विभाजन का आरोप लगाया है।
बीते रविवार को मध्य प्रदेश भाजपा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कांग्रेस पर कटाक्ष किया। उन्होंने एक पत्रिका के कटआउट को शेयर करते हुए कहा कि कांग्रेस का संगठन सृजन अब विसर्जन की ओर पहुंच चुका है।
भाजपा का कहना है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह और गुटबाजी फिर से उजागर हो गई है। मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक (पूर्व मंत्री) ने 26-27 दिसंबर 2025 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
उनके इस्तीफे का प्रमुख कारण टैलेंट हंट कार्यक्रम (पार्टी के नए प्रवक्ताओं का चयन) के सिलसिले में अभय तिवारी (मीडिया विभाग के महासचिव/इंचार्ज, जो कमलनाथ गुट से जुड़े हैं) के साथ विवाद को बताया गया है।
23 दिसंबर को मुकेश नायक ने 13 सदस्यीय समिति का गठन किया था, जिसमें अभय तिवारी को कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया था। लेकिन अभय तिवारी ने इसे मान्यता नहीं देते हुए रद्द कर दिया और कहा कि ऐसी समिति बनाने का अधिकार केवल सक्षम प्राधिकारी को है। इससे नाराज होकर मुकेश नायक ने इस्तीफा दे दिया और कहा कि वे नए लोगों को मौका देने के लिए पीछे हट रहे हैं।
हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुकेश नायक का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया है और उन्हें पद पर बने रहने का निर्देश दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह घटना कमलनाथ और अन्य गुटों के बीच चल रहे संघर्ष का नया उदाहरण है, जिसमें संगठन में समन्वय की कमी स्पष्ट रूप से नजर आ रही है।
कांग्रेस के भीतर चल रहे राजनीतिक खींचतान को लेकर भाजपा आक्रामक है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस बनाम कांग्रेस का संघर्ष अपने चरम पर पहुंच चुका है।