क्या मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसों ने 6 लोगों की जान ले ली?

सारांश
Key Takeaways
- यमुना एक्सप्रेसवे पर दो अलग-अलग सड़क हादसे हुए।
- हादसों में कुल 6 लोगों की मौत हुई।
- घायलों की संख्या 30 से अधिक है।
- ड्राइवरों को नींद आना हादसों का मुख्य कारण।
- पुलिस ने घटनास्थल पर त्वरित कार्रवाई की।
मथुरा, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे पर शनिवार को दो अलग-अलग सड़क हादसों में 6 लोगों की जान चली गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें से कई यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसों के बाद मौके पर पुलिस और राहत दल पहुंचे। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों हादसों का कारण ड्राइवरों को नींद आना बताया जा रहा है।
पहला हादसा थाना बलदेव क्षेत्र में माइलस्टोन संख्या 140 के पास हुआ, जहां तेज रफ्तार ईको कार एक अज्ञात वाहन से टकरा गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि कार में सवार 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, कार सवार लोग दिल्ली से आगरा की ओर जा रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। वहीं, घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
दूसरा हादसा यमुना एक्सप्रेसवे पर माइलस्टोन 131 के पास हुआ, जहां दिल्ली से मध्य प्रदेश जा रही एक यात्री बस अचानक डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इस दुर्घटना में करीब 30 यात्री घायल हुए हैं, जिनमें से 4 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है। बस में सवार यात्रियों को पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि ईको कार के ड्राइवर को नींद आने के कारण यह हादसा हुआ। कार आगे चल रहे वाहन से टकराई, जिसमें 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एसएसपी के मुताबिक, बस हादसा भी संभवत: ड्राइवर को नींद आने के कारण ही हुआ है।
फिलहाल पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और घटनास्थलों से यातायात को सामान्य कर दिया गया है। मृतकों के परिजनों को सूचना दी जा रही है।